Tuesday, September 16, 2025

तो क्या राहुल गांधी से बड़ा रूतबा हुआ सुनील सराफ का


जो सुनील सराफ खुद अपनें ही वार्ड का चुनाव नही जीत सकतें वो मुख्यमंत्री बनानें का नारा लगा रहें -

कोतमा - आमीन वारसी - इंसान अपनें ही बड़बोले पन से खुद हसी का पात्र बन जाता है ऐसा ही हाल वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व विधायक सुनील सराफ का है ! जो आज तक अपनें बलबूते पर अपनें वार्ड का चुनाव ना खुद जीत पाए और ना ही कभी कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिला पाए विधायकी चुनाव भारी मतों से हार गए ! अब वही सुनील सराफ नेताप्रतिपक्ष उमंग सीगार को मुख्यमंत्री बनानें का दावा कर रहें मंच से नारा लगा रहें ! कहीं ऐसा ना हो कि कुछ दिन बाद सुनील सराफ राहुल गांधी जी को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दें ! सुनील सराफ जी इतना ओवर कांफिडेंस अच्छा नही पहलें आप पुनः विधायक बनकर दिखाइये फिर मुख्यमंत्री बनानें का सपना देखना सबसे पहले आप अपनें निवासरत वार्ड नं 10 विकास नगर में कांग्रेस को मजबूत करिए और अपनें बलबूते वार्ड पार्षद बनिए या अन्य कांग्रेस प्रत्याशी जिताइए ! 

कभी बीते वर्ष 2023 विधानसभा चुनाव एवं वर्ष 2024 में हुए लोकसभा चुनाव परिणाम पर गौर कर लीजिए कि आपके निवासरत वार्ड नं 10 विकास नगर से कांग्रेस प्रत्याशी को कितने मत मिले है ! जब आप अपनें ही वार्ड से स्वयं एवं अन्य कांग्रेस प्रत्याशी को बढ़त नही दिला पाते तो पूरे कोतमा विधानसभा शहडोल लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिलाने सहित किसी भी प्रदेश नेतृत्व नेता को मुख्यमंत्री बनाना बहोत दूर की बात है ! 

जिलें में कांग्रेस को दो गुटों में बाट चुके सुनील अब प्रदेश नेतृत्व को दो गुटों में बांटने की कर रहें कोशिश  - 

आज अगर अनूपपुर जिले सहित कोतमा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी गुटबाजी का दंश झेल रही तो उसके जिम्मेदार कोई और नही सुनील सराफ ही है जिन्होंने अपनें विधायकी कार्य काल में अनेकों वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं को पार्टी छोड़ने पर एवं भाजपा में शामिल होने पर मजबूर कर दिया गया ! कुछ तो खुशी खुशी आपसी सहमति से भाजपा में शामिल होकर मलाई छान रहें और अब सुनील सराफ प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को दो गुटों में बांटने का काम शुरू कर दिया गया है ! जब जून माह में राहुल गांधी जी का मध्य प्रदेश आगमन हुआ था तो राहुल गांधी जी ने प्रदेश नेतृत्व को साफ़ साफ़ आदेश दिया था कि कांग्रेस पार्टी का कार्यक्रम कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में किया जाएगा किसी भी कार्यक्रम में दो मंच नही लगाया जाएगा सभी कांग्रेस जन एकजुट होकर कार्यक्रम को संबोधित करेंगे ! तो फिर नेता प्रतिपक्ष उमंग सीगार के अनूपपुर जिला आगमन पर सुनील सराफ द्वारा दूसरा मंच क्यों लगाया गया मतलब साफ है कि राहुल गांधी जी का आदेश सुनील सराफ नही मानतें ! साथ ही मंच से नेता प्रतिपक्ष उमंग सीगार को आगामी मुख्यमंत्री बनानें का नारा लगाया गया इसका मतलब यह है कि सुनील सराफ अब प्रदेश नेतृत्व में फूट डालने का काम कर रहें है ! केन्द्रीय एवं प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ध्यान दें इस तरह की बयान बाजी अनाप-शनाप नारा आपस में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व में फूट ना डाल दें !

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