Sunday, November 3, 2024

वन मंत्री के प्रभार जिलें में वन कर्मियों की मिलीभगत से हो रही अधाधुंध वनों की कटाई


अनूपपुर - आमीन वारसी- मध्यप्रदेश वन मंत्री दिलीप अहिरवार जी के प्रभार जिला अनूपपुर में वन विभाग पूरी 
तरह बेपटरी है ! बता दे कि वन विभाग के जिम्मेदारों और माफियाओं की मिली भगत से ही लगातार अवैध रूप से अधाधुंध वनों की कटाई की जा रही है ! जिसकी खबर का प्रकाशन लगातार शोसल मीडिया प्लेट फार्म एवं समाचार पत्र के माध्यम से किया जा रहा ! फिर भी इस खबर से मध्यप्रदेश वन मंत्री एवं अनूपपुर जिलें के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार जी बेखबर है ! कोई बात नही एक बार फिर अपनी खबरों के माध्यम से वन मंत्री दिलीप अहिरवार जी को अवगत कराना चाहता हूँ कि अनूपपुर जिलें के कोतमा वन परिक्षेत्र अंतर्गत एवं पकरिहा धुरवासिन कोटमी बीट में व्यापक अवैध वन कटाई हुई है ! धुरवासिन कोटमी का खुलासा खुद वन विभाग द्वारा गठित टीम ने किया था लेकिन जिम्मेदार वन अधिकारी सीसी एफ शहडोल अनूपपुर वन मंडला अधिकारी अब तक कोतमा वनपरि क्षेत्र कोतमा के भ्रष्ट रेंजर डिप्टी रेंजरों बीट गाडो पर कोई ठोस कार्यवाही नही कर पा रहें ! आखिर क्या कारण है कि रेंजर डिप्टी रेंजर बीट गाड पर लापरवाही एवं अपराध सिद्ध होने के बावजूद जिम्मेदार वन अधिकारी अपनें अधीनस्थ कर्मचारियों पर कार्यवाही करनें से बचते नज़र आ रहें ! इस बात से अनूपपुर जिलें की जनता में मध्यप्रदेश सरकार और वन विभाग के आला अधिकारियों के प्रति काफ़ी असंतोष रोष व्याप्त है ! जब स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा की गई जांच में यह खुलासा हुआ था कि कई सरई और साजा के कीमती पेड़ों को अवैध रूप से काटा गया जिससे वन विभाग को लाखों रुपये की आर्थिक क्षति हुई है! और इस कृत्य में सहायक परिक्षेत्र अधिकारी विनोद कुमार मिश्रा वन रक्षक सोमपाल सिंह कुशराम एवं तत्कालीन कोतमा परिक्षेत्र रेंजर अशोक निगम को दोषी पाया गया था  तो फिर वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा दोषियों पर अब तक कार्यवाही क्यों नही की गई ! वही कोतमा वनपरि क्षेत्र अंतर्गत पकरिहा सर्किल में हुए अवैध वन कटाई की जांच अब तक नही की गई रेंजर हरीश तिवारी डिप्टी रेंजर जवाहर धार्वे  को भी बचाने का प्रयास वन विभाग कर रहा ! बल्कि भ्रष्टाचार में लिप्त वन कर्मियों पर कार्यवाही करनें की बजाए इन भ्रष्ट वन कर्मियों को बचाते हुए स्थानांतरण करके दूसरे वनपरि क्षेत्र भेज दिया जा रहा तो कही पदोन्नति दी जा रही ! 

प्रशासनिक निष्क्रियता और भ्रष्टाचार का खुला प्रमाण

प्रशासन का यह उदासीन रवैया यह दर्शाता है कि प्रशासन द्वारा  भ्रष्टाचारियों को सीधा-सीधा बढ़ावा दिया जा रहा ! जिस प्रकार से जांच रिपोर्ट में अधिकारियों की लापरवाही और मिलीभगत का प्रमाण सामनें आया उसके बावजूद दोषियों पर कार्यवाही ना होने से यह सवाल उठना लाजमी है कि प्रशासन ही भ्रष्टाचारियों को बचा रहा ! 



पर्यावरण की अनदेखी और सार्वजनिक धन की बर्बादी

अवैध कटाई से न केवल पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा बल्कि इससे जनता के पैसों का दुरुपयोग भी हो रहा है ! वन विभाग जिसका उद्देश्य पर्यावरण और वन्यजीवों की सुरक्षा का है वही अपनें उद्देश्यों के खिलाफ काम करतें नजर आ रहें है ! भ्रष्ट वन कर्मियों पर मात्र दिखावे के लिए वन अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित आर्थिक दंड पदोन्नति रोकने की नोटिस जैसी मामूली सजा देकर उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही जिससेे भ्रष्ट वन अधिकारी कर्मचारियों के हौसले और बुलंद हो रहें है ! मध्यप्रदेश वन मंत्री एवं अनूपपुर जिलें के प्रभारी मंत्री दिलीप अहिरवार जी इस मामलें को जल्द ही संज्ञान ले नही तो कोतमा वनपरि क्षेत्र के वन कर्मी आपकें कार्य काल को दागदार बना देगें !

इनका कहना : आप से जानकारी मिली है मैं जल्द ही एक टीम गठित कर मौका जांच करनें भेजूंगा! आपका नंबर दे दूगां मौके पर आप भी साथ जाईए जांच उपरांत संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी ! 
अजय कुमार पांडे
वन संरक्षक वन वृत्त संभाग शहडोल !

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