कोतमा- आमीन वारसी - भालूमाड़ा जमुना-कोतमा सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्र में फिर शुरू हुआ सूदखोर और बैंक दलालों का काला कारोबार सूदखोर भोले भाले अशिक्षित कालरी कर्मचारियों को निशाना बनाकर उनके जीवन भर की जमा पूंजी पर हाथ साफ कर रहें है !
पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल द्वारा सूदखोरों एवं बैंक दलालों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही की गई थी ! जिससेे क्षेत्र के तमाम सूदखोर बैंक दलाल अपनी अवैध कारोबारी दुकान बंद करकें जमीदोज हो गये थें !
लेकिन जैसे ही पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल का तबादला हुआ सूदखोर पुनः सक्रिय हो गए और अपना सूदखोरी मायाजाल फैलाने लगें जिसकी शुरुआत भाद निवासी तीरथ सिंह पिता स्व.मिलन सिंह से हो गई है जिसकी लिखित शिकायत भालूमाडा थानें में पीड़ित द्वारा की गई है !
कर्ज देकर गिरवी रखा एटीएम बैंक पासबुक -
शिकायतकर्ता तीरथ सिंह गोड़ पिता स्व.मिलन सिंह गोड़ ने थानें में लिखित शिकायत करतें हुए बताया कि रामराज रजक पिता भोंडा रजक निवासी भालूमाडा दफाई नंबर 03 द्वारा वर्ष 2015 में 15 ℅ ब्याज पर दो लाख रूपये कर्ज दिया गया था कुछ दिन बाद ही सूदखोर रामराज रजक द्वारा सेवानिवृत्ति कालरी कर्मचारी मिलन सिंह का बैंक पासबुक,एटीएम कार्ड अपनें पास रख लिया गया फिर रामराज रजक द्वारा उक्त एटीएम कार्ड के जरिए लगातार रूपये निकाला जाता रहा !
सूदखोर ने एटीएम कार्ड से हड़पे लाखों रूपए -
पीडित ने लिखित शिकायत में बताया कि सूदखोर रामराज रजक द्वारा उसके सेवानिवृत्त कालरी कर्मचारी पिता का एटीएम, बैंक पासबुक को गिरवी रखनें उपरांत पिता की मासिक वेतन से कभी पाँच हजार तो कभी दस हजार रूपये घरेलू खर्च के लिए मेरे पिता को दे दिया जाता था वेतन की शेष राशि राम राज खुद निकाल लेता था ! पैसे का आहरण मध्यप्रदेश छत्तीसगढ सहित उत्तरप्रदेश के अलग अलग जिलो के एटीएम से राशि का आहरण करता रहा ! जब राशि आहरण को लेकर विरोध किया जाता तो सूदखोर रामराज रजक द्वारा ब्याज मे ली गई राशि चुकता हो जाने पर बैंक पासबुक सहित एटीएम कार्ड वापस करनें की बात कही जाती थी ! साथ ही रामराज रजक द्वारा यह भी कहा जाता था कि अगर कही शिकायत करोगें तो अच्छा नही होगा जब तक मेरा पैसा नही पटेगा तब तक एटीएम पासबुक नही दूगां !
पीड़ित से रामराज ने लिया 9 लाख रूपयें उधारी-
पीडित ने भालूमाडा थानें मे शिकायत करते हुए बताया कि सूदखोर रामराज रजक द्वारा मुझे और मेरे पिता स्व.मिलन सिंह गोड़ को चार पहिया वाहन मे बैठाकर दिनांक 3 अक्टूबर 2015 को भारतीय स्टेड बैंक जमुना ले गया और मेरे पिता मिलन सिंह गोड़ से नौ लाख रूपये नगद बैंक से निकलवाकर वाहन में बैठाया फिर मेरे पिता से 9 लाख रूपये उधारी के नाम पर अपनें पास रख लिया और कहा कि यह राशि एक वर्ष में वापस कर दूंगा ! लेकिन पैसा माँगने पर रामराज रजक द्वारा जातिसूचक गाली गलौज किया जाता था !
शिकायतकर्ता आदिवासी तीरथ सिंह गोड़ ने सूदखोर रामराज रजक पर आरोप लगातें हुए बताया कि रामराज रजक द्वारा मेरे पिता के खाते से स्वयं के खाते मे भी दस हजार रूपयें का ट्रांसफर दिनाँक 6 नवंबर 2019 को किया गया था ! जब सूदखोर रामराज के काले कारनामे की जानकारी मुझें और मेरे पिता को लगी तो हम लोग अब तक कुल आहरित की गई राशि को लेकर मै और मेरे पिता द्वारा माँग की गई तो रामराज रजक हीला हवाली करता रहा आज कल करता जिससेे मेरे पिता मानसिक रूप से काफ़ी प्रताडित थें और मानसिक प्रताडना के कारण ही मेरे पिता पीडित मिलन सिंह की मौत
हो गई !
जब मृतक डियुटी पर तो पैसा उत्तर प्रदेश एटीएम से कैसे निकला -
कहतें है चोर चोरी से जाए लेकिन हेराफेरी से ना जाए ऐसा ही कुछ इस मामलें में हुआ कालरी कर्मचारी मृतक मिलन सिंह हमेशा की तरह अपनी डियूटी पर मौजूद रहता था और उत्तर प्रदेश के एटीएम से दनादन पैसा निकल रहा था मिलन सिंह के पास कही जादू वाला एटीएम तो नही था ! ये तो जाचं का विषय है जाचं में फरियादी और पत्रकार पुलिस का पूरा सहयोग करेंगे !
इनका कहना : थानें मे शिकायत प्राप्त हुई है जाँच चल रही है मामलें की विवेचना के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी !
रामकुमार धारिया
थाना प्रभारी भालूमाड़ा !
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