कोतमा- आमीन वारसी - किसी भी चुनाव की शुरुआत नामांकन दाखिल दिनांक से ही होती है और कोतमा विधानसभा चुनाव की शुरुआत हो चुकी है ! बीते दिनों भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल ने नामांकन फार्म जमा कर ह्रदय स्थल गाधीं चौक में एक विशाल जनसभा सहित हजारों की संख्या में भीड़ एकत्रित कर पूरे नगर में रैली निकाली थी ! जिसें देखकर ऐसा प्रतीत हुआ था कि भाजपा प्रत्याशी ने सभी नाराज जनों को मना लिया और भाजपा की चुनावी शुरुआत हो गई है भाजपा की रैली और जनसभा देखकर यह अनुमान लगाया जानें लगा था कि भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ पर भारी पड़ेगें लेकिन चुनावी समीकरण एक बार फिर बदल गया !
हमनें पहलें ही कहा था कि चुनावी समीकरण पल पल में बदलतें रहतें है और वही हुआ आज कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ की हजारों हजार संख्या वाली ऐतिहासिक नामांकन रैली जनसभा देखकर ये यकीन हो गया कि कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल से बहोत आगें है ! अब यह ऐतिहासिक भीड़ क्या सचमुच अपनें नेता प्रत्याशी के लिए जनसभा रैली में आई थी या फिर कुछ और ही स्वार्थ था ! भीड़ कैसे आई क्यों आई किसने बुलाया क्या भीड़ को पैसे देकर बुलाया गया था और क्या जनसभा में आई हुई भीड़ यकीनन अपनें प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करेगी या नही ये तो समय ही बताएगा ! हलाकि किसी भी प्रत्याशी द्वारा रैली में भीड़ एकत्रित कर लेने से शक्ति प्रर्दशन करनें से जीत हार का फैसला नही हो जाता प्रत्याशी की असली जीत तो तब होगी जब यही भीड़ अपनें प्रत्याशी को सच्चे मन और पूरी ईमानदारी से मतदान कर दे ! बहरहाल चुनाव का आगाज हो चुका है ! आज दिनांक तक के रूझान अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल पर भारी दिखाई पड़ रहें है !
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