नगर पालिका का कामकाज शून्य तो नही पर शून्य से बेहतर भी नही कहा जाएगा-
कोतमा- आमीन वारसी- दों सितम्बर को वार्ड नं 1 अटल चौपाटी में नगर पालिका परिषद का 5 वर्ष कार्यकाल पूर्ण होने पर परिषद का विदाई समारोह कार्यक्रम रखा गया! जहाँ मध्यप्रदेश कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने नगर पालिका परिषद द्वारा 5 वर्ष में कराएं गए नगर विकास कार्यों का गुणगान करते हुए कहा कि परिषद द्वारा 5 वर्ष में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का निर्माण कार्य कराया गया ! जिसमें खासकर अटल चौपाटी शिव सागर तालाब एवं सब्ज़ी मंडी निर्माण कार्य का उल्लेख किया !
अब नगर पालिका परिषद ने इन तीन निर्माण कार्यो के अलावा नगर में अन्य कौन सा विकास कार्य निर्माण कार्य कराया है !
ये कोतमा नगर की जनता को पता ही नही है !
विदाई समारोह के कुछ घंटे पहले वार्ड नं 2 मुखर्जी चौक स्थित वार्ड की नाराज़ जनता सड़क पर उतरकर नगर पालिका परिषद की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाने लगी ! वार्ड वासियों ने बताया कि नगर पालिका परिषद द्वारा वीडियो मोड़ राबर्ट के घर से मुखर्जी चौक तक डामरीकरण सड़क निर्माण अपूर्ण कार्य को डामरीकरण सड़क निर्माण कार्य पूर्ण लिखकर लोकार्पण पत्थर लगाया जा रहा था !
वार्ड वासियों ने देखा कि लोकार्पण पत्थर में सड़क डामरी करण निर्माण कार्य पूर्ण लिखा है तो धीरे धीरे सभी वार्ड वासी एकत्रित होने लगे और नगर पालिका परिषद के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहने लगें कि सड़क डामरी करण का कार्य अधूरा होने के बाद भी लोकार्पण पत्थर पर नगर पालिका परिषद सड़क डामरीकरण निर्माण कार्य पूरा लिखकर वाहवाही लूटने का काम कर रही है !
जब मीडिया द्वारा नगर पालिका परिषद के कामकाज पर सवाल पूछा गया तो उपस्थित नाराज जनता ने कहा कि नगर पालिका परिषद का 5 वर्ष का कामकाज शून्य तो नही लेकिन शून्य से बेहतर भी नही कहा जाएगा !
इसका मतलब तो ये हुआ कि नगर पालिका परिषद द्वारा किये गए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का विकास कार्य नगर की जनता के लिए कोई मायने नही रखता वो इसलिए कि नगर पालिका परिषद भले ही 100 करोड़ से ज्यादा का विकास कार्य की होगी! लेकिन नगर की जनता को उक्त निर्माण कार्य विकास कार्य आज भी कोतमा नगर की धरती पर नज़र नही रहा! बल्कि नगर पालिका परिषद द्वारा किये गए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के भ्रष्टाचार की पोल एक एक करके नगर की जनता के सामने खुलती जा रही !
20 से 25 करोड़ का हो गया खेला -
खाद्य मंत्री जी के कथनानुसार कोतमा नगर पालिका अंतर्गत 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का निर्माण कार्य विकास कार्य किया गया है तो नगर की जनता ये भी समझ ले कि अगर 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का निर्माण कार्य विकास कार्य किया गया है! तो प्रत्येक निर्माण कार्य के टेंडर पर लगभग 20 से 25 % कमीशन नगर पालिका परिषद का होता है! जो उक्त कमीशन मुख्य नगर पालिका अधिकारी इंजीनियर अध्यक्ष उपाध्यक्ष पार्षद आपस में बाटतें है ! अब अगर सौ करोड़ रुपए का काम हुआ है तो 20-25 करोड़ रुपए का खेला हो गया !
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