Monday, August 29, 2022

क्या आप जानतें है मंत्री बिसाहू लाल का पर्सनल असिस्टेंट महेश साहू अपराधी है

 
कोतमा- आमीन वारसी- ऐसा मै नही मध्यप्रदेश शासन जनजातीय कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा जारी आदेश कह रहा है! 

इसी को कहतें है सैया भए कोतवाल तो अब डर काहे का मतलब लाख चोरी डकैती करों जब मंत्री जी साथ है तो मजाल है जो जिलें का कलेक्टर व एसपी ऐसे आरोपियों को हाथ लगा सकें! ऐसा ही एक मामला अनूपपुर जिले के प्राथमिक विद्यालय पतेराटोला बम्हनी विकास खंड अनूपपुर का है! जहाँ महेश साहू सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है जो वर्तमान समय में मध्यप्रदेश शासन के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल जी का पर्सनल असिस्टेंट है! जिसे मध्यप्रदेश शासन आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग भोपाल द्वारा 4 फरवरी 2022 को निलंबित किया जा चुका है! लेकिन मंत्री बिसाहूलाल जी कि महेरबानी होने के कारण अब तक संबंधित विभाग द्वारा सहायक शिक्षक एवं मंत्री बिसाहूलाल के पीए महेश साहू पर निलंबन की कार्यवाही नही की गई! 

कहना ना मान ने पर महेश साहू द्वारा दी जाती है स्थानांतरण की धमकी-

मध्यप्रदेश शासन जनजातीय कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा आदेश पत्र क्रमांक (248) जारी कर अनूपपुर कलेक्टर को कहा गया था कि महेश साहू सहायक अध्यापक पर निलंबन की कार्यवाही की जाए! लेकिन मंत्री पीए महेश साहू का निलंबन आदेश देखकर अनूपपुर सहायक आयुक्त कलेक्टर के हाथ पाव फूल ने लगें कि अगर मंत्री जी के पीए महेश साहू को निलंबित किया! तो कही सहायक आयुक्त कलेक्टर पर ही निलंबन की कार्यवाही ना हो जाए इसलिए मध्यप्रदेश शासन जनजातीय विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा निलंबन आदेश मामलें को दबा दिया गया लगभग 8 महीने हो गए महेश साहू सहायक अध्यापक पर कार्यवाही नही हुई! 
साथ ही मध्यप्रदेश शासन जनजातीय विभाग मंत्रालय भोपाल के उक्त पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि खाद्य मंत्री बिसाहूलाल का पीए महेश साहू द्वारा कर्मचारियों अधिकारियों को कहना ना मानने पर दी जाती है स्थानांतरण की धमकी! साथ ही महेश साहू द्वारा अधिकारी कर्मचारियों का ट्रांसफर रोकने एवं ट्रांसफर किये जानें का लाखों रुपए लिया जाता है ! 

अब सवाल यह है कि क्या एक सहायक अध्यापक की इतनी हैसियत है जो किसी अधिकारी कर्मचारी का तबादला रोकने एवं तबादला करानें का  दम रखता हो! हरगिज़ नही जाहिर सी बात है ये काम मंत्री जी के करकमलों द्वारा किया जाता होगा! सहायक अध्यापक एवं पीए महोदय तो सिर्फ वसूली कर्ता है जो समय समय पर तबादला वाली रकम एकत्रित करकें सुरक्षित स्थान तक पहोचातें है ! 

इसीलिए कहते है राजनीति समाज सेवा नही व्यापार है-  

अब समझ में आया मध्यप्रदेश शासन के मंत्री बिसाहूलाल जी लोकतंत्र की हत्या अनूपपुर जिले वासियों की समस्या दूर करने और विकास करने के लिए नही किये थें! इसके पीछे का राज व्यापार और निजी स्वार्थ था मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार समाज सेवा करनें के लिए थोड़ी गिराई गई थी! कमलनाथ सरकार में कुछ इस तरह का कारनामा करनें को नही मिल पा रहा था! इसीलिए मंत्री जी कमलनाथ सरकार में रोना रो रहें थें कि मेरी कोई सुनता ही नही है! और आज मंत्री जी कि शिवराज सरकार में सभी सुन रहें है जब चाहों जहाँ चाहों जिसका चाहों तबादला करा लों या फिर तबादलें पर रोक लगा दों ! 

अगर ये सच नही है तो फिर मध्यप्रदेश शासन जनजातीय विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा निलंबन आदेश पत्र जारी होने के बाद भी सहायक अध्यापक एवं पीए महेश साहू पर निलंबन की कार्यवाही क्यों नही की गई ! 

क्या मध्यप्रदेश शासन के मंत्री बिसाहूलाल जी को यह नही मालूम था कि उनके पर्सनल असिस्टेंट महेश साहू पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है! यह कहना गलत होगा कि मध्यप्रदेश शासन जनजातीय कार्य विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा निलंबन का आदेश जारी किया गया हो और मध्यप्रदेश शासन के मंत्री जी को इस विषय पर जानकारी ना हो बड़ा अजीब सा लगता है! ऐसा लगता है साहब जानकर अनजान बनें हुए है ! 

जब इस संबंध में सहायक आयुक्त अनूपपुर से उनके मोबाइल नंबर 9425889853 पर बात करने की कोशिश की गई तो समाचार लिखें जानें तक आयुक्त महोदय कवरेज क्षेत्र के बाहर रहें! अब देखना यह है कि समाचार प्रकाशित होने के बाद सहायक अध्यापक एवं मंत्री जी के पीए महेश साहू पर क्या कार्यवाही होती है ! 

इनका कहना: अब इससे बड़ा भ्रष्टाचार का प्रमाण शिवराज सरकार को क्या चाहिए जिस सरकार का विभाग खुद इस बात की पुष्टि कर रहा है कि खाद्य मंत्री बिसाहूलाल का पीए लोगों को धमकी देकर पैसा वसूल कर रहा ! 

सुनील सराफ
विधायक कोतमा !

No comments:

Post a Comment