कोतमा- आमीन वारसी- नगर के व्यवसायी समाज सेवी राजकुमार जायसवाल (राजू) नगर पालिका परिषद की कार्य प्रणाली पर तंज कसते हुए कहा कि पांच साल पूरे होने को आए अब जाकर पार्षदों को नगर एवं अपने वार्ड में विकास करने की याद आई! इससे पहले सब मजे से लडडू खातें रहें अब जब कार्यकाल समाप्त होने में कुछ ही दिन रह गए है तो नगर की जनता को यह दिखानें की कोशिश की जा रही कि हम परिषद के लोग नगर विकास के लिए कितना चिंतित है! वो तो गलती नगर पालिका अधिकारी कर्मचारियों की है जो नगर विकास में रोणा अटका रहें!
हमनें भी प्रतिनिधित्व किया है-
हम लोगों ने भी पांच साल तक परिषद में रहकर बजट के अनुसार कोतमा नगर व वार्ड का विकास किया था!
हमें मालूम है कि परिषद का अधिकार क्या है! सीएमओ बगैर परिषद की अनुमति के कोई काम नही कर सकता सीएमओ नगर विकास में परिषद का सहयोगी होता है! बस सहयोग लेने वाला चाहिए इससे पहले तत्कालीन सीएमओ विकास चंद मिश्रा पर भी परिषद आरोप लगा रही थी!
नगर पालिका में धरना प्रदर्शन कर रही थी! आखिर धरना प्रदर्शन क्या जरूरत है मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और परिषद भी भारतीय जनता पार्टी की है आप शिकायत करिये कि नगर पालिका सीएमओ परिषद की नही सुन रहें निश्चित ही कार्यवाही होगी! लेकिन परिषद किसी भी तरह का गलत काम करने का प्रयास करेगी तो सीएमओ बिल्कुल भी नही करेगा जैसे कि परिषद बारिश के दिनों में सड़क डामरीकरण कार्य कराएगी सीसी सड़क नाली का निर्माण कार्य घटिया स्तर का कराएगी नियम विरुद्ध किसी भी प्रकार का टेंडर निकलवाने के लिए जबरन दबाव बनाएगी तो सीएमओ बिल्कुल भी सहयोग नही करेगा! क्योंकि नियम विरुद्ध कार्य होने पर सबसे पहले सीएमओ को ही जवाब देना पड़ेगा! शासन परिषद से कोई सवाल नही करेगी सिर्फ मारे जाएगें नगर पालिका सीएमओ अन्य संबंधित अधिकारी कर्मचारी !
चुनाव से पहले बजट समाप्ति की तैयारी-
नगर की जनता खूब समझ रही परिषद की होशियारी चुनाव से पहले टेंडर सिर्फ इसलिए निकलवाया जा रहा कि कार्यकाल समाप्त होने से पहले अगर टेंडर हो गया तो परिषद का कमीशन 100% बन जाएगा ठेकेदार काम कार्यकाल समाप्त होने के बाद में भी करता रहें कोई फर्क नही पड़ता ठेकेदार से परिषद को पहले ही कमीशन मिल जाएगा !
इसलिए नगर पालिका कार्यालय की ताला बंदी धरना प्रदर्शन जारी है !
ठेकेदार को परिषद ने दिया अभयदान-
राजकुमार जायसवाल ने कहा कि नगर पालिका अंतर्गत ठेकेदार द्वारा कराए जा रहें नियम विरुद्ध निर्माण कार्य को परिषद ने अब तक नही रोका करोड़ों रुपए की लागत से माडल रोड बनाई जा रही जिसमें ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता का बिल्कुल भी ध्यान नही रखा जा रहा साथ ही ठेकेदार द्वारा बारिश में सड़क डामरीकरण कार्य किया जा रहा लेकिन परिषद ने आगें आकर नगर में नियम विरुद्ध चल रहें निर्माण कार्यों को बंद कराने कोशिश नही की गई! कोतमा नगर की जनता परिषद से ये जानना चाहती है कि आखिर परिषद भ्रष्ट ठेकेदारों को नियम विरुद्ध निर्माण कार्य करने से क्यों नही रोक रही है !
आज भले ही परिषद जनता के सवाल का जवाब ना दे! लेकिन आगामी चुनाव में कोतमा नगर की आमजनता इस परिषद को जवाब जरूर देगी !
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