कोतमा - आमीन वारसी- बता दे कि 28 जून को शासकीय खाद्यान्न चावल हेराफेरी मामले में जारी प्रेस नोट खुद ही कोतमा पुलिस द्वारा बनाई गई झूठी कहानी बयां कर रही है! वहीं खाद्य मंत्री बिसाहूलाल के गृह जिले में मंत्री जी की छवि धूमिल कुछ तथाकथित नेता कर रहें है ! साथ ही पार्टी को भी दागदार करने में भी कोई कोर कसर नही छोड़ रहें! आलम यह है कि ये दलाल प्रवत्ति के नेता जनप्रतिनिधि मात्र दलाली खाने के लिए अब खाद्यान्न माफियाओं के इशारों पर नजर आ रहें ! साथ ही देश भक्ति जनसेवा की कसमें खाने वाली पुलिस भी इन दलाली खाने वाले नेताओं के कहने पर दलाल प्रवत्ति के नेताओं के आदर्शो पर चलकर पूरे पुलिस महकमे को बदनाम करने पर उतारू है! पूरे मामले में पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में इतनी जल्दबाजी की गर्ई कि दूसरे पैराग्राफ में खाद्यान्न की जगह अवैध शराब की कार्यवाही लेख कर दिया गया !
जबकि मामला यह है कोतमा वार्ड क्रमांक (7 ) एलआईसी ऑफिस के पीछे बनियाटोला के पास कुछ युवाओं द्वारा 28 जून की दोपहर लगभग 2 बजे (29) बोरी (चावल) शासकीय खाद्यान्न की हेराफेरी कर रहें थें ! जिसकी सूचना कुछ लोगों द्वारा दी गई सूचना मिलतें ही देखते ही देखते नगर के दर्जनो लोग उक्त स्थान पर एकत्रित हो गए और लोगों के सामने कोतमा पुलिस ने पीकअप वाहन क्रमांक एमपी 18 जीए 4922 चालक एवं वाहन मालिक लक्ष्मण पिता दशरू चौधरी को मौके पर पकड़ा ! लेकिन कोतमा पुलिस की प्रेस नोट में कार्यवाही रात्रि को बता दिया गया! जबकि घटना दिन की है साथ ही पुलिस द्वारा चोरी के चावल की (29) बोरी जप्त का वीडियो भी सोशल मीडिया में दोपहर से ही वायरल हो रहा था! फिर भी कोतमा पुलिस ने बड़ी चालाकी से आरोपी सोनू चौधरी निवासी बुढ़ानपुर को बना दिया गया जबकि मौके में जो आरोपी पकड़ा गया वह वाहन चालक एवं मालिक लक्ष्मण चौधरी पिता दशरू चौधरी था ! और उक्त जप्त वाहन भी लक्ष्मण के पिता दशरू के नाम पर दर्ज है! मामला आइने की तरह साफ है कोतमा नगर की जनता को निष्पक्ष कार्यवाही की उम्मीद थी, लेकिन कोतमा थाना प्रभारी की कार्यवाही में निष्पक्षता की चर्चा अब पूरे जिले हो रही है ! कोतमा पुलिस द्वारा खाद्यान्न हेराफेरी मामले की शाम तक चली कार्यवाही पर नगर सहित जिले के लोगो की नजर थी !
सूत्रों की मानें तो कोतमा थाना प्रभारी द्वारा आरोपी लक्ष्मण चौधरी का बयान लिया गया था उसी बयान के आधार पर पीडीएस परिवहनकर्ता वाहन क्रमांक एमपी 16 एच 1527 का चालक नीरज नामदेव पिता भूपत नामदेव उम्र 32 वर्ष को पकड़कर थाने ले जाया गया! फिर नीरज नामदेव ने थाने में बताया कि 27 जून सोमवार को वेयर हाउस कोतमा से पीडीएस का खाद्यान्न ट्रक में लोड़ कर राजनगर शासकीय उचित मूल्य दुकान क्रमांक (1) ले जाया गया ट्रक में लोड चावल को उतारा गया फिर उसके बाद राजनगर उचित मूल्य दुकान विक्रेता के कहने पर (29) बोरी चावल को ग्राम कोठी में एक प्राइवेट घर में उक्त शासकीय खाद्यान्न को खाली करना बताया था! उक्त पूरे मामले का खुलासा कोतमा थाना प्रभारी ने शाम 4 बजे तक करते हुये स्वयं ही पत्रकारो को बताया था!
प्रेस नोट में 27 जून की हेराफेरी का कोई उल्लेख नही-
पुलिस द्वारा जो प्रेस नोट जारी किया गया था उसमें में 28 जून की घटना का उल्लेख किया गया है ! और 27 जून को हुई खाद्यान्न हेराफेरी मामले का कोतमा पुलिस ने प्रेस नोट में कोई उल्लेख ही नही किया गया ! पुलिस द्वारा 28 जून को हुई खाद्यान्न हेराफेरी पर कार्यवाही की गई ! 27 जून की खाद्यान्न हेराफेरी मामला गौतम जी ने निपटा दिया ! इसीलिए कोतमा थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहा है !
यहाँ पर हुई गौतम जी की एंट्री-
प्रत्यक्ष दर्शियो और थाने की सीसीटीवी फुटेज की मानें तो दलाली करने पहुंचे गौतम जी ने पूरे मामले को निपटाया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले का खुलासा होता देख पीडीएस परिवहनकर्ता ठेकेदार घबरा गया ठेका निरस्त होने का डर सताने लगा तो ठेकेदार ने गौतम जी को मामला निपटाने की सुपारी अर्थात दलाली दे दी ! फिर नेता जी के कहने पर खाद्यान्न की हेराफेरी करने वाले मुख्य आरोपियों को बचाते हुए उक्त कार्यवाही की गई ! अगर यकीन नही है तो कोतमा थाना में खाद्यान्न हेराफेरी खाद्यान्न माफियाओ सहित सिफारिश करने आए नेता जी का थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में रात 10 बजे से रात 1 बजे तक का फुटेज देख ले सब कुछ सामने आ जायेगा कि जनप्रतिनिधि ही कोतमा नगर में अपराध और अपराधियों को बढ़ावा दिए हुए है ! साथ ही कोतमा थाना प्रभारी द्वारा बनाई गई कहानी का राज भी खुल जायेगा !
इन पर भी होनी थी कार्यवाही-
पीडीएस परिवहनकर्ता ठेकेदार
ट्रक मालिक एवं ट्रक चालक नीरज नामदेव सहित राजनगर उचित मूल्य दुकान क्रमांक (1) का सेल्समैन
ग्राम कोठी में जिस मकान पर रखा गया था चोरी का शासकीय खाद्यान्न उक्त मकान मालिक और लक्ष्मण चौधरी पर कार्यवाही करना चाहिए था लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक गरीब लक्ष्मण को आरोपी बनाकर मामले को रफादफा कर दिया! और पीडीएस परिवहनकर्ता ठेकेदार व चालक सेल्समैन ग्राम कोठी मकान मालिक को अभयदान दे दिया गया !
अनूपपुर पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल जी से कोतमा क्षेत्र की जनता ने खाद्यान्न हेराफेरी मामले में निष्पक्ष जाँच कर कार्यवाही करने कि मांग की है! जिससेे जिले की पुलिस पर आमजन का विश्वास बना रहें !
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