Thursday, April 28, 2022

ये बने पीड़ित प्रभावित किसानों के संकट मोचन


कोतमा- आमीन वारसी- बीते 4 वर्ष से कोतमा तहसील अंतर्गत निवासरत किसान अपनी निजी व पुस्तैनी भूमि का मुआवजा राशि पाने के लिए स्थानीय कार्यालय से लेकर संभागायुक्त शहडोल कार्यालय सहित सीएम हेल्प लाइन तक अपनी फरियाद सुनाते रहें कि हमारी भूमि को वर्ष 2016-17 में शहडोल से छत्तीसगढ़ सीमा तक बनी नेशनल हाईवे सड़क में अधिग्रहण कर लिया गया है! और संबंधित अधिकारी अब तक मुआवजा राशि भुगतान नही कर रहें है! लगातार पीड़ित प्रभावित कृषकों द्वारा आवेदन देकर मुआवजा राशि की मांग की जा रही थी! बीते 4 वर्षों में कई कमीश्नर कलेक्टर अपर कलेक्टर एस डी एम तहसीलदार आए और गए ! लेकिन इन पीड़ित प्रभावित किसानों की समस्या का समाधान किसी ने नही किया फिर भी पीड़ित प्रभावित किसानों ने हार नही मानी यह सोचकर कि कभी न कभी तो संभाग व जिले में कोई ईमानदार जिम्मेदार अधिकारी पदस्थ होगा जो हम किसानों की समस्या का समाधान करेगा ! और ऐसा ही हुआ लगातार पीड़ित प्रभावित किसान अपनी समस्या लेकर कलेक्टर अपर कलेक्टर कार्यालय का चक्कर लगा रहें थें ! एक दिन किसानों की अपर कलेक्टर सरोधन सिंह से मुलाकात हुई किसानों ने अपनी समस्या से अवगत कराया साथ ही अपना आवेदन दिया ! जिसे गंभीरता से लेते हुए अपर कलेक्टर महोदय ने कलेक्टर महोदया सहित कमीश्नर महोदय को इस समस्या से अवगत कराया! जिस पर कमीश्नर शहडोल राजीव शर्मा ने पूरे मामले की जाचं करने का आदेश दिया तो कलेक्टर महोदया सोनिया मीणा अपर कलेक्टर सरोधन सिंह ने कोतमा एसडीएम माया राम एवं तहसीलदार ईश्वर प्रधान को एक टीम गठित कर जाचं करने को कहा गया ! इस तरह पीड़ित प्रभावित किसानों के संकट को दूर करने वाले संकट मोचन के रूप में कमीश्नर शहडोल अनूपपुर कलेक्टर अपर कलेक्टर कोतमा एस डी एम तहसीलदार एवं जिम्मेदार आर आई राम सिहं धुर्वे नरेश सोनी पटवारी राम सिहं गंगा राम वर्मा आशीष मिश्रा हीरा चंद्रा एमपी आर डी सी प्रबंधक शहडोल की मौजूदगी में पीड़ित प्रभावित कृषकों को मौके पर बुलाकर उनकी समस्याओं को सुना साथ ही पीड़ित प्रभावित किसानों की अधिग्रहित भूमि को नाप कर मौका पंचनामा तैयार कर अपना प्रतिवेदन कलेक्टर कमीश्नर को सौपेंगे! उम्मीद है कि जाचं टीम द्वारा जाचं प्रतिवेदन सौपने उपरांत जल्द ही पीड़ित प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि दे दी जाएगी!

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