कोतमा- आमीन वारसी- ऐसे ही हमारा नगर स्वच्छता अभियान मामले पर शहडोल सभाग में पहले दूसरे स्थान पर थोड़ी रहता है यकीनन नगर की स्वच्छता देखते ही बनती है!जब कभी भी स्वच्छता सर्वेक्षण टीम कोतमा नगर की स्वच्छता देखने आए है!तो गांधी जी का चश्मा लगाकर ही आए है! वही कोतमा नगर की स्वच्छता को गांधी जी वाले चश्मे से देखकर कोतमा नगर पालिका को कोई न कोई स्थान देकर ही जाते हैं चाहे पहला हो या फिर दूसरा लेकिन दिया जरूर है! अब सर्वेक्षण टीम स्वच्छता प्रमाण पत्र के बदले में क्या लेकर जाती हैं ये तो वही बता सकते है!स्वच्छता अभियान का प्रचार प्रसार जोर शोर से देखा जा रहा नगर के चारों ओर स्वच्छता अभियान का बैनर पोस्टर लगाकर स्वच्छता के नाम पर जमकर वाहवाही लूटी जा रही! जबकि जमीनी हकीकत यह है कि स्वच्छता अभियान बैनर पोस्टर के तले ही गंदगी भरी पड़ी है! इसका एक नजारा कोतमा वार्ड नंबर (1) रेलवे अंडर ब्रिज रोड पर आसानी से देखा जा सकता है! जहां प्रधानमंत्री मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की फोटो सहित स्वच्छता अभियान वाले बैनर तले ही गंदगी भरी पड़ी है! जो शायद बैनर पोस्टर लगाने वाले लोगों को भी नहीं दिखाई दिया होगा! अब सवाल यह है कि जब कर्मचारियों को ही नगर की स्वच्छता नजर नहीं आ रही तो फिर स्वच्छता सर्वेक्षण टीम को नगर की स्वच्छता कैसे नजर आ जाती है! यह नगर की आम जनता के समझ से परे है! नगर में जन चर्चा यह है कि स्वच्छता सर्वेक्षण टीम द्वारा निश्चित ही गांधी जी का चश्मा लगाकर नगर की स्वच्छता का सर्वेक्षण किया जाता है तभी तो कोतमा नगर स्वच्छता अभियान मामले पर शहडोल संभाग में प्रथम या दूसरा स्थान दिया जाता है।
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