कोतमा- आमीन वारसी- नगर पालिका विकास कार्य के मामले में भारत देश की पहली नगर पालिका साबित हो चुकी है वो ऐसे कि भारत देश में किसी भी नगर निगम नगर पालिका नगर परिषद नगर पंचायत ने आज तक ऐसा विकास कार्य नही किया जो कोतमा नगर पालिका ने कर दिखाया।जैसे अभी हाल ही में वार्ड नं 5- 6 जकीरा चौक से बस स्टेड तक 26 लाख की लागत से बनी नव निर्मित सी सी सड़क निर्माण कार्य कराया गया था।उक्त नव निर्मित सड़क का निर्माण कराएं ज्यादा से ज्यादा 4-5 महीने ही हुए होंगे कि नगर में गली गली विकास की गंगा बहाने वाली नगर पालिका कोतमा द्वारा लाखों रुपये की लागत से पुनः उक्त नव निर्मित सड़क पर डामरीकरण का कार्य करा दिया गया। है ना गजब का विकास कार्य अब दोबारा नव निर्मित सी सी सड़क के ऊपर डामरीकरण सड़क क्यो बनाया गया ये तो नगर पालिका के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एवं नगर पालिका सी एम ओ इंजीनियर सहित उक्त सड़क का निर्माण कार्य करने वाला ठेकेदार ही बता सकतें है।
कही ऐसा तो नहीं कि भ्रष्टाचार पर पर्दा डाला गया है-
ऐसा हम इसलिए कह रहें कि उक्त 26 लाख की लागत से बनी नव निर्मित सड़क पर बीते दिनों कोतमा ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मनोज सोनी ने आपंति जताते हुए सी एम हेल्प लाइन सहित कमिश्नर शहडोल से उक्त नव निर्मित सड़क की जांच कराने की मांग की थी।साथ ही कोतमा विधायक सुनील सराफ ने भी कोतमा नगर पालिका में हो रहें व्यापक भ्रष्टाचार को लेकर विधानसभा में प्रश्न रखा था।तो क्या जकीरा चौक से बस स्टेड तक जो सड़क निर्माण किया गया था वो सचमुच गुणवत्ता विहीन कार्य किया गया था।शायद इसीलिए नगर पालिका व ठेकेदार द्वारा उक्त नव निर्मित सड़क डामरीकरण करके किए गए भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने का काम किया गया है।जिसे नगर का विकास कतई नही कहा जा सकता हा यह जरूर कह सकते है कि उक्त नव निर्मित सड़क का पुनः निर्माण कार्य करने से दो बार भ्रष्टाचार जरूर हुआ है मतलब नगर पालिका को दो बार कमीशन और ठेकेदार को दो बार मटेरियल चोरी करनें का मौका मिला है।और अगर ये सच नही है तो फिर उक्त नव निर्मित सी सी सड़क पर डामरीकरण कार्य क्यो किया गया।नगर पालिका के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी बताए कि उक्त नव निर्मित सड़क पर डामरीकरण करने का क्या मतलब है।यह नगर की आम जनता जानना चाहती है।नगर वासियों का कहना है कि क्या उसी पैसे से नगर हित में कोई दूसरे काम नही किए जा सकते थें क्या उस पैसे को कही और खर्च नही किया जा सकता था।जो 26 लाख की लागत से बनी नव निर्मित सड़क पर अनावश्यक रूप से फिर लाखों रुपये खर्च कर डामरीकरण करा दिया गया।नगर पालिका के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी की नज़र में यह नगर का विकास हैं।तो माफ करिए ऐसा विकास हमें नही चाहिए।
जब इस सम्बंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी विकास मिश्रा से उनके मोबाइल नं 8720888156 पर बात करने की कोशिश की गई तो साहब ने फोन उठाना मुनासिब नही समझा वो इसलिए कि कही चोरी न पकड़ी जाएं हा भाई लाखों का मामला है।
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