कोतमा- आमीन वारसी- सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास का ढिढोरा पीटने वाली भारतीय जनता पार्टी व उनके नेताओं की शोसल मीडिया में पोल खुलती नज़र आ रही।मामला गरीब आदिवासी वार्ड नं 10 कुदरी टोला का है जहाँ कोतमा नगर पालिका द्वारा गरीब आदिवासियों को पीने का पानी देने से इनकार किया जा रहा।जब यह पीड़ा दायक घटना शोसल मीडिया में वायरल हुई तो वार्ड नं 10 कुदरी टोला पहोचकर गरीब आदिवासियों से मिलकर बात करने पर यह जानकारी प्राप्त हुई की नये भारत की अनोखी नगर पालिका कोतमा द्वारा यह फरमान जारी किया गया है कि अब पानी पीने के लिए समस्त गरीब आदिवासियों को नल कनेक्शन करवाना अनिवार्य है।जबकि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष उमा राजेश सोनी द्वारा कुदरी टोला निवासरत लोगों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई थी सार्वजनिक तौर पर पानी पीने के लिए स्टेड पोल लगवाया गया था।उक्त सार्वजनिक तौर पर लगें स्टेड पोल को नगर विकास का डंका बजाने वाली नगर पालिका द्वारा बंद करवा दिया गया था।अब नगर पालिका कर्मचारी अपनी मर्जी से तो ऐसा नही कर सकता जरूर उच्च अधिकारी आकाओ का आदेश रहा होगा मतलब साफ है अब भारतीय जनता पार्टी की सरकार में प्रतिदिन 200 रूपये की मजदूरी करने वाला गरीब आदिवासी भी 2-3 हज़ार रुपये देकर नल कनेक्शन लगवाएगा तथा सौ दो सौ रूपये महीने नल बिल भुगतान करेंगा तभी उसे पीने के लिए पानी मिलेगा अन्यथा उक्त गरीब आदिवासियों को यह सरकार पीने के लिए पानी भी नही देंगी वाह रे मोदी व शिवराज सरकार।सार्वजनिक नल का पानी बंद हो जानें से वार्ड नं 10 कुदरी टोला निवासी गरीब आदिवासी परेशान हो गए कि अब पानी के लिए कहाँ जाएंगे फिर कुदरी टोला निवासी कुछ जागरूक लोगों ने शोसल मीडिया पर नगर पालिका की करतूत को उजागर करने लगें तो शोसल मीडिया में वायरल खबर से घबराकर बदनामी के डर से पुनः सार्वजनिक स्टेड पोल को चालू कर दिया गया।
नगर का विकास हुआ या फिर सत्यानाश-
सवाल यह है कि चुनाव के दौरान तमाम राजनैतिक दल के प्रत्याशी नेता और उनके समर्थक चेला चपाटी नगर की आम जनता से घर घर जाकर अपनी पार्टी अपने प्रत्याशी के पंक्ष में वोट मांगते है साथ ही मतदाताओं को मूलभूत सुविधा मुहैया कराए जाने की बात कहतें है।तो आम जनता उन सत्ता लोभियों से पूछना चाहती है कि क्या अब लोगों से मूल भूत सुविधा सड़क बिजली पानी का भी अधिकार छीनना चाहतें हो। क्या मूल भूत सुविधा सड़क बिजली पानी जैसी सुविधा मुहैया कराने के लिए आप लोगों का व्यक्तिगत पैसा खर्च होता है।आखिर ये तो जनता का ही पैसा है ना।तो फिर नगर की जनता पर यह अत्याचार क्यो हो रहा। आखिर नगर की आम जनता का वोट लेने के नाम पर कब तक शोषण करते रहोगे।मेरा तो यही मानना है कि नगर की आम जनता को राजनैतिक दलों के तिरिया चरित्र को समझने की जरूरत है नही तो ये ऐसे ही नगर विकास करने नाम पर हम सभी का शोषण करते रहेंगे।अब सवाल यह है कि क्या सचमुच नगर का विकास हुआ है अगर हुआ है तो कहाँ हुआ है खुले तौर पर नगर की आम जनता को दिखाया और बताया जाना चाहिए कि नगर के कौन कौन से वार्ड में क्या क्या विकास कार्य किए गए है।
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