Monday, December 6, 2021

नेताओं की निष्क्रियता की वजह से एक बार फिर नगर हुआ शर्मसार

 कोतमा- आमीन वारसी-जिम्मेदार जनप्रतिनिधि नेताओं व स्वास्थ विभाग की लापरवाही के कारण आज अपना नगर एक बार फिर शर्मसार हो गया और क्यू न हो जब तक निष्क्रिय सरकार और सत्ता का सुख भोग रहे नेता अपने कार्य के प्रति लापरवाह रहेंगे तब तक ऐसे ही शर्मसार होना पड़ेगा आज कोतमा विधानसभा क्षेत्र सहित आमजन पीड़ित बीमार लोगों के लिए कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ सुविधा का जैसा हाल है तो शर्मसार होना लाजिमी है।आज सुबह लगभग 9 बजे नेशनल हाइवे गुरु कृपा ढाबा के पास एक दुखद घटना हुई एक सफेद रंग की सिफ्ट डिजायर कार अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें खोगापानी छत्तीसगढ़ निवासी 5 लोग सवार थें।जिन्हे गंभीर चोटें आई घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध एम्बुलेन्स को सूचना दी गई तो यह जानकारी प्राप्त हुई कि एम्बुलेन्स खराब है किसी तरह स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहोचाया गया लेकिन घायल हुए लोगों को प्राथमिक उपचार भी नही मिल सका वो इसलिए कि हॉस्पिटल में 24 घंटे सेवा देने वाले डाँक्टर में एक भी मौजूद नही था डाक्टरों की पता तलाश करते करते देर हो गई और छत्तीसगढ़ निवासी कार चालक की मौत हो गई।जिसे देखते हुए मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल ही दो गंभीर घायलों को प्राईवेट वाहन से शहडोल भेज दिया गया जिससे कोई और अनहोनी न हो।घटना की  जानकारी लगते ही घायल व मृतक के परिजन हॉस्पिटल पहोचे तब तक बहोत देर हो चुकी थी उनके घर का एक चिराग बुझ चुका था परिजन रोते-बिलखते रहें।वही हॉस्पिटल देर से पहोचे डाक्टर धूप सेकते नज़र आए क्योकि डाक्टरों को घायल मृतक और उनके परिजनों से क्या लेना देना कुछ देर रोते बिलखते रहेंगे फिर मृतक शरीर लेकर चलें जाएंगे।

शिवराज सरकार को केजरीवाल से लेनी चाहिए प्रेणा-

देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार व भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को स्वास्थ संबंधित मामले में प्रेणा लेनी की जरूरत है कि किस तरह से केजरीवाल सरकार द्वारा प्रदेश के हर ज़िले में गाँव गाँव शहर शहर नगर मोहल्ले में लोगों को चुस्त दुरुस्त स्वास्थ सुविधा मुहैया कराई जा रही दिल्ली में शायद एक भी व्यक्ति की ईलाज के आभाव में मृत्यु हुई होगी।मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार व अपनी सत्ता का गुणगान करने वाले नेताओं ने मध्यप्रदेश सहित कोतमा क्षेत्र में स्वास्थ का स्तर इतना घटिया बना दिया गया है जो देखते ही बनता है।

दानदाताओं ने दान देकर लिया वापस- 

नगर की जनता को यह याद होगा कि बीते दिनों कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को स्वास्थ व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए नगर के दानदाताओं द्वारा फोटो खिंचवाते हुए जो एम्बुलेन्स दानं किया गया था वह वापस ले लिया गया है।साथ ही दानदाता महेन्द्र गोयनका द्वारा 21 लाख रुपये कोतमा हॉस्पिटल को दिया गया है उसमें भी एक शर्त रखी गई है कि बगैर दानदाता की अनुमति के उक्त दानं दिए गए पैसे का उपयोग न करें।सोंचा कि नगर की आम जनता को यह बता दू क्योकि दानं देते समय फोटो खिंचवा गई थी खूब प्रचार प्रसार हुआ था लेकिन जब दानं वापस लिया गया तो इसकी जानकारी भी नगर की आम जनता को होनी चाहिए व दानं दिया गया पैसा कहा है तो नगर की जनता किसी प्रकार के भ्रम में न रहें।अब कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सिर्फ एक एम्बुलेन्स मौजूद है वो भी आए दिन बिगड़ा रहता है कही डीजल नही रहता तो कही ड्राईवर को वेतन देने का जुगाड़ नही है इसलिए हॉस्पिटल में एम्बुलेन्स सेवा समाप्त हो चुकी है।कृपा करके एम्बुलेन्स की प्रतीक्षा न करें और हो सकें तो कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अच्छे उपचार की उम्मीद भी न करें वो इसलिए कि कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ईलाज के लिए आए हुए मरीजों का उपचार कम रेफर ज्यादा किया जाता है क्योकि इस हॉस्पिटल का कोई माई बाप नही है।शिवराज सरकार व नेताओं द्वारा सिर्फ अच्छी स्वास्थ सुविधा देने का डंका बजाया जा रहा जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

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