कोतमा - आमीन वारसी- जमुना कोतमा क्षेत्र (एसी ई सी एल) कालरी प्रबंधन द्वारा हमेशा से ही (एस ई सी एल) कोयला खदानों में कार्यरत जरनल मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है यह किसी से छुपा नहीं है जबकि एक कालरी कर्मचारी जरनल मजदूर पूरी मेहनत व ईमानदारी से अपने 30-40 वर्ष कार्यकाल के दौरान अपनी सेवा देता है लेकिन फिर भी (एस ई सी एल) कंपनी द्वारा बिजली पानी मकान जैसी दिए वाली सुविधाओं से वंचित रहता है।वह इसलिए कि एस ई सीएल कंपनी में भ्रष्ट अधिकारी एवं नेताओं का बोलबाला है जो अपने निजी स्वार्थ के लिए एस ई सी एल कंपनी को दीमक की तरह चाट रहें।कालरी मजदूर 8 घंटे अपनी डियूटी करके जब घर लौटता है तो कभी घर पर बिजली गुल है तो कभी पानी नही है अगर पानी है भी तो साफ व शुद्ध नही है उक्त कालरी कर्मचारी को कंपनी द्वारा आवंटित किया गया क्वाटर भी टुटा फुटा रहता है।अगर कोयला मजदूर उक्त आवंटित क्वाटर को अपने निजी पैसे से मरम्मत कराता है सुरंक्षा की दृष्टि से बाऊड्री बाल कराने की कोशिश करता है तो एसी ई सी एल जमुना कोतमा क्षेत्र सुरंक्षा प्रभारी अपने दल बल सहित पहोचकर उक्त कालरी कर्मचारी पर तरह तरह के दबाव बनाकर उक्त निर्माण कार्य को धराशायी कर देते है और कोयला मजदूर मजबूर होकर उक्त टूटे फूटे मकान में रहकर कंपनी को अपनी सेवा देता रहता है अब अगर कंपनी द्वारा क्वाटर रिपेयरिंग का टेंडर निकाला जाता है तो यू समझ लीजिए कि क्वाटर रिपेयरिंग के नाम पर (एस ई सीएल) प्रबंधन ओवर सियर इंजीनियर ठेकेदार मिलकर बंदरबाट करते है जबकि कालरी कर्मचारी के वेतन से कंपनी द्वारा बिजली पानी क्वाटर का हर महीने पैसा लिया जाता है फिर भी कालरी मजदूर अपनी ही (एस ई सी एल) कंपनी को करोड़ों रूपये का फायदा पहुंचाने के बाद भी मूल भूत सुविधाओं के लिए दर दर भटकता है।
कालरी प्रबंधन का सौतेला व्यवहार-
कालरी प्रबंधन द्वारा एक ओर अपने ही अधिनिस्त कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जाता है वही दूसरी ओर नेताओं सहित अन्य अधिकारियों के लिए एग्रेड की सुविधा एस ई सी एल प्रबंधन द्वारा मुहैया कराई जाती है जिसका ताजा प्रमाण है कोतमा एस डी एम बगले की जो जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत गोविंदा कालोनी में स्थित है जहाँ कालरी प्रबंधन द्वारा उक्त बगले में बाऊनड्री बाल एवं गार्ड रूम बनवाया जा रहा।आखिर एस ई सी एल कंपनी के किस मद से एस डी एम बगले में चल रहा निर्माण कार्य कौन ठेकेदार कर रहा निर्माण कार्य क्या इस तरह का निर्माण कार्य कराने के लिए एस ई सी एल प्रबंधन के पास कोई मद है इसकी जानकारी तो एस ई सी एल प्रबंधन ओवर शियर इंजीनियर या फिर एस डी एम साहब ही दे सकते है।अब कालरी प्रबंधन से सवाल यह है कि अपने ही अधिनिस्त कर्मचारी कोयला मजदूरों द्वारा किए गए निर्माण कार्य को तोड़ दिया जाता है और एस डी एम बगले को सुसज्जित करवाया जा रहा है आखिर ये सौतेला व्यवहार क्यू कही ऐसा तो नहीं कि एस डी एम साहब कालरी प्रबंधन की कोई कमजोर नश पकड़ लिए है शायद इसीलिए कालरी प्रबंधन एस डी एम बगले को सुसज्जित कराने में लगा हुआ है।
सुरंक्षा प्रभारी हर समय मोबाइल पर रहता है व्यस्त-
एस ई सी एल प्रबंधन जमुना कोतमा क्षेत्र की सुरक्षा का प्रभार चरण जीत सिंह के मजबूत काधो पर दे रखी है जो हर समय मोबाइल पर ज्यादा व्यस्त रहते है शायद रंगीन मिज़ाज के होंगे या फिर गोविंदा उपक्षेत्र एस डी एम बगले में चल रहें निर्माण कार्य की जानकारी न देना पड़े इसलिए व्यस्त है।जब इस सम्बंध में सुरक्षा प्रभारी चरण जीत सिंह के मोबाइल नं 6263027899 पर बात करने की कोशिश की गई तो घंटों सुरंक्षा प्रभारी का मोबाइल व्यस्त रहा अब आप समझ लीजिए कि एस ई सी एल की सुरक्षा कितनी मजबूत है।
इनका कहना: अभी मै व्यस्त हूँ इसकी जानकारी फोन पर नही दे सकता मिलकर बात करेंगे।
आर के सिंह
ओवर सियर गोविंदा उप क्षेत्र
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