Tuesday, December 1, 2020

क्या क्या न सहे हमने सितम कुर्सी की खातिर



कोतमा- आमीन वारसी/बिजुरी क्षेत्र में भाजपा के स्थानीय नेताओं की राजनीतिक गुटबाजी व शुक्ला बंधुओ की योगमाया से ग्रसित सहज सरल व्यक्तित्व के धनी आदिवासी नेता पुरुषोत्तम सिंह को अपने कार्यकाल में कई राजनीतिक उठापटक का सामना करना पड़ा रहा है।भाजपा नेताओं की गुटबाजी व रुद्र एंड कम्पनी बिजुरी नगर पालिका में एक तरफा साम्राज्य द्वारा विधायक की नगर पालिका में एंट्री स्वीकार्य न करने पर कांग्रेस शासन में हुई राजनीतिक उठापटक व नवनिर्वाचित तेज तर्रार कांग्रेस विधायक सुनील सराफ द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेड़ दिया गया। राजनीतिक जंग का अखाड़ा बने बिजुरी नगर पालिका में जहां सी एमओ सुश्री कमला कोल को भी एडवांस छुट्टी लेकर छठ पूजा के समय विलुप्त होना पड़ा।यहां तक कि कांग्रेस शासन में कांग्रेस नेताओं की कुदृष्टि से उन पर अनूपपुर में मुकदमे भी दर्ज हुए।जिन पर उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश पर यथावत बिजुरी नगर पालिका में अपनी सेवाएं दे रही है।वही नगर पालिका के पानी सप्लाई ठेका सम्बन्धी विवाद में नगर पालिका में चले गहमागहमी व विधायक के खिलाफ नारेबाजी से उलझे नपा अध्यक्ष सहित कुछ लोगों पर थाना बिजुरी में मुकदमे भी दर्ज हुए।यहां तक की फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में उनके पिता को जेल भी जाना पड़ा।जबकि आदिवासी नपा अध्यक्ष की लिखित शिकायत पर दूसरे पक्ष पर कार्यवाही अभी तक लंबित है।बामुश्किल भाजपा अध्यक्ष रुद्र एंड कम्पनी से सम्बन्ध समाप्त कर नारियल भेंटकर कांग्रेस विधायक को 26 जनवरी को बिजुरी नगर पालिका अंतर्गत सार्वजनिक ध्वजारोहण कार्यक्रम हेतु आमन्त्रित करना पड़ा एवं आजादी की पूर्व संध्या बिजुरी नगर के हनुमान मन्दिर चौक में देशभक्ति भी याद आयी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।दूसरे दिन दूसरे के नारियल पर भेंट स्वीकार कर कांग्रेस विधायक ने बिजुरी नगर पालिका अंतर्गत  सार्वजनिक ध्वजारोहण कार्यक्रम में शिरकत फरमाते हुए  ध्वजारोहण किये।बिजुरी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के चेम्बर में बैठकर राजनीतिक सामंजस्य बना पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष दूसरे शुक्ला बन्धु की एंट्री हुई तब से नगर पालिका का सभी कार्य निर्विवाद चल रहा हैं।अब न ही कोई समस्या है और न ही  भ्रष्टाचार।उसके बाद उपाध्यक्ष श्रीमती नीलम जैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। जिसमें कांग्रेस व निर्दलीय पार्षदों सहित कुल 12 पार्षदों ने उपाध्यक्ष के खिलाफ एकजुट हुए साथ ही 4 भाजपा पार्षदों ने भी उपाध्यक्ष श्रीमती नीलम जैन के खिलाफ लाये गए अविश्वास प्रस्ताव में सहमत हुए व उपाध्यक्ष की कुर्सी खाली हुई।वही बिजुरी नगर पालिका में तीसरे शुक्ला बन्धु भ्रष्टाचार की नींव खोदकर नाली ढहाने की तैयारी में लगे हुए हैं।आगामी दिनों में बिजुरी नगर पालिका से सटे रामनगर क्षेत्र में भी नगर पंचायत के उन्नयन हेतु चुनावी सरगर्मी चालू है।

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