कोतमा - आमीन वारसी/अनुविभागीय कार्यालय राजस्व का बहू चर्चित मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।बीते कई वर्ष से कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का कल्याणपुर बुढ़ानपुर कोतमा बेलिया छोट रेऊदा डोला के पीड़ित किसान अपनी कृषि कार्य की भूमि लूटा कर भी मुआवजा राशि पाने के लिए कोतमा एस डी एम कार्यालय का प्रतिदिन चक्कर लगा रहे हैं।लेकिन पीड़ित किसानों का कोई सुनने वाला नहीं है।पीड़ित किसानों ने बताया कि अगर शासन प्रशासन द्वारा हमें समय रहते मुआवजा नही दिया गया तो हम सभी अनशन पर बैठने को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।हितग्राहियो ने बताया कि शासन के निर्देश पर समस्त किसानों की भूमि अधिग्रहित कर मुआवजा देने का कोतमा एस डी एम व तहसीलदार द्वारा आश्वासन तो दे दिया गया था लेकिन जब हम पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की बारी आई तो मुआवजा वितरण संबंधित अधिकारी कर्मचारी अपना अपना पल्ला झाड़ने लगें। कही कहते है कि एमपी आर डी सी अधिकारी शहडोल से आएंगे तो मुआवजा वितरण होगा कही कहते है मुआवजा वितरण वाली फाइल गुम हो गई आज आना कल आना साहब छुट्टी पर है तो कही फाइल रखने वाला बाबू छुट्टी पर है।इस तरह पीड़ित किसानों को 3-4 वर्ष से गोल मोल घुमाया जा रहा है जबकि 2018 में शासन द्वारा किसानों को एन एच 78 में अधिग्रहित भूमि को अवार्ड घोषित कर दिया लिस्ट जारी कर दिया गया साथ ही लिस्ट में गुहार लगा रहें किसानों का सूची में नाम भी शामिल कर दिया एवं उक्त भूमि के भू स्वामियों को मुआवजा वितरण करने हेतु राशि भी आवंटित कर दी गई जो राशि आज दिनांक तक अनूपपुर पंजाब नेशनल बैंक में रखी हुई है फिर जानें क्यू उक्त मुआवजा राशि किसानों को वितरण नही की जा रही यह आम जनता की समझ से परे है।
-तत्कालीन एस डी एम ने किसानों से किया सौतेला व्यवहार-
कोतमा अनुभाग क्षेत्र के तत्कालीन एस डी एम मिलिन्द नागदेवे ने अवार्ड घोषित भूमि के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार अपनाते हुए दो दर्जन से अधिक किसानों में से सिर्फ दो लोगों को ही मुआवजा राशि दिए अजीमुददीन भोचू एवं अश्विन कुमार त्रिपाठी शेष पीड़ित किसानों को सिर्फ झूठा आश्वासन ही देते रहें।अब सवाल यह है कि जब समस्त किसानों का नाम एक ही सूची में शामिल है तो फिर उसमें सिर्फ दो व्यक्तियों को मुआवजा क्यो दिया गया यह क्षेत्र की आम जनता भली भांति समझती है कि साहब गाँधी जी के फेरे में दो लोगों पर यह मेहरबानी किए है और शेष किसान गाँधी जी का दर्शन नही करा सकें इसलिए आज दिनांक तक एस डी एम कार्यालय का चक्कर लगा रहे है ये साहब का सौतेला व्यवहार नही तो और क्या है।वर्षों से मुआवजा राशि पाने के लिए एस डी एम कार्यालय का चक्कर लगा रहे पीड़ित किसानों ने अनूपपुर कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर से मांग किए है कि समय रहते हम गरीब किसानों की भूमि का मुआवजा वितरण जल्द से जल्द करा दे अन्यथा हम सब अनशन पर बैठने को बाध्य हो जाएंगे।
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