खजाने की चाबी जिसके पास,वहीं डाल रहे पंचायत में डाका .!
कोतमा/आमीन वारसी- भ्रष्टचारी आज देश में दीमक की तरह लग कर विकास कार्यों के पैसे पर हेराफेरी कर खोखला कर रहे हैं। देश,प्रदेश में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए लाख कड़े कानून बन जाए और सत्ता की चाभी किसी भी राजनैतिक पार्टी के पास चली जाए लेकिन भ्रष्टचारियों पर नकेल कसने वाला आज कोई नहीं है ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के नाम पर जमकर बंदरबाट कुछ भ्रष्टाचारी सचिव कर रहे हैं और उन भ्रष्टाचारियों को सह व खुला संरक्षण कुछ सत्ताधारी नेताओ का प्राप्त होने से बिना डर और भय के पंचायती राज के नियम के विपरित कार्य कर के शासकीय पैसे का भुगतान किया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारी कुछ सत्ताधारी नेताओ के डर से भ्रष्टाचारी सचि वो पर कार्यवाही करने से डरते हैं यदि भ्रष्टाचारी सचिवों पर कार्यवाही की हिम्मत जुटाते भी है तो अधिकारियो के ही स्थांतरण करने की फोन की घंटी बजने लगती हैं।
ग्राम पंचायत में मची लूट -
जनपद पंचायत अनूपपुर मुख्यालय बदरा अंतर्गत ग्राम पंचायत लामाटोला में मटेगित्त सप्लाई गिट्टी,रेता,छड़,सीमेंट,टेबिल,कुर्सी दीवान,अलमारी,बूंदी,मिष्ठान एवं अन्य सामग्री के नाम पर फर्जी तरीके से बिल लगा लगाकर लगभग 50 लाख रुपए का भुगतान सचिव ने आंख मूंदकर कर दिया। भ्रष्टाचार की बहती गंगा में लामाटोला सचिव महेश केवट,सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल ने डुबकी लगाई।
रोजगार सहायक के भाई के नाम पर हुआ लाखो का भुगतान -
ग्राम पंचायत लामाटोला के पूर्व सचिव ईश्वर सिंह एवं वर्मान सचिव महेश केवट,सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल भ्रष्टचार की तीनों तिकड़ियो ने मिलकर ऐसा मकड जाल बिछाया कि रोजगार सहायक के चचेरे भाई देववांत प्रताप सिंह के जीएसटी न. 23FQTPS8888G2ZN जो कि ओम साई राम सप्लायर एंड ट्रेडर्स के बिल में डाल कर मटेरियल सप्लायर का लगभग 50 लाख का बिल भुगतान हो गया। सचिव महेश केवट सरपंच आनंद सिंह रोजगार सहायक के भ्रष्टाचार के इस खेल में जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी लिप्त।जिससे भ्रष्टाचारियों को किसी का डर भय नहीं है आज अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा हाल जनपद पंचायत अनूपपुर मुख्यालय बदरा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में फैले भ्रष्टाचार पर अभयदान दिया जा रहा है।
मजदूर बना मटेरियल सप्लायर-
ग्राम पंचायत लामाटोला में सचिव महेश केवट सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल की जुगल जोड़ी ने ग्राम पंचायत व शासकीय पैसे का बंटाधार कर दिया। ग्राम पंचायत चापानी निवासी शिलभद्र जोशी जिसका जॉब कार्ड न. MP-46-002-010-001/238-B के नाम पर स्वयं व पत्नी प्रभा के नाम से 37 दिन का मजदूरी भुगतान किया गया वहीं ग्राम पंचायत लामा टोला में 15 दिन मजदूरी भुगतान करने के नाम पर 10/02/2019 को 5250/- रुपए भुगतान किया जाता है जबकि दूसरी ओर शीलभद्र जोशी मटेरियल सप्लायर गिट्टी, रेता,छड़ एवं सीमेंट के नाम पर कई लाखो रुपए का कई ग्राम पंचायत लामाटोला से भुगतान किया गया है।
एक ही दिन में बिल व पर्ची से दो बार हुआ भुगतान -
ग्राम पंचायत लमाटोला में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी मजबूत हो गई है कि भ्रष्टाचारी अधिकारी सचिव महेश केवट सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल ने अपनी अपनी जेब भरने के चक्कर में शासन की ही नाइया डुबाने में जुट गए। ग्राम पंचायत लामा टोला में सादे कागज पर कई बार बिल बनाकर लाखो रुपए का भुगतान किया गया। इनके इतने में भी जब पर नहीं भरा तो एक ही बिल को एक बार पर्ची में एवं एक बार ओम साई राम सप्लायर एंड ट्रेडर्स के नाम से 06/01/2018 को 71,190 रुपए की राशि का भुगतान, 05/01/2018 को 1,23,586/- रुपए की राशि एवं वहीं 28/12/2017 को 1,51,500/- रुपए की राशि का भुगतान बिल एवं पर्ची से दो दो बार आंख मूंदकर भुगतान किया जाता रहा और जिम्मेदार अधिकारी ईमानदारी की दुहाई देते हैं और पर्दे के पीछे रहकर भ्रष्टाचारियों को सह दे कर अपना अभयदान प्रदान कर देते हैं। जब जिम्मेदार अधिकारी ही अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ ले तो भला जिले के अंतिम छोर पर फैले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी कौन उठाएगा।
कहना है -
ख़बर नहीं लगाइएगा ग्राम पंचायत में मेरे पूर्व से ही रोजगार सहायक के चचेरे भाई मटेरियल सप्लायर का कार्य कर रहे हैं मजदूर हमारे यह मटेरियल सप्लाई नहीं करते हैं।
महेश केवट
सचिव,ग्राम पंचायत लामा टोला
कहना है -
सरपंच, सचिव के पास खुद का पासवर्ड होता है जिससे वह मनमर्जी बिल भुगतान कर लेते हैं,यदि रोजगार सहायक के चचेरे भाई को भुगतान किया गया है तो यह पंचायती राज्य के विरूद्ध है एवं मजदूरी करने वाला व्यक्ति मटेरियल सप्लायर नहीं हो सकता जांच कर निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।
सारोधन सिंह
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत,अनूपपुर
कोतमा/आमीन वारसी- भ्रष्टचारी आज देश में दीमक की तरह लग कर विकास कार्यों के पैसे पर हेराफेरी कर खोखला कर रहे हैं। देश,प्रदेश में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए लाख कड़े कानून बन जाए और सत्ता की चाभी किसी भी राजनैतिक पार्टी के पास चली जाए लेकिन भ्रष्टचारियों पर नकेल कसने वाला आज कोई नहीं है ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के नाम पर जमकर बंदरबाट कुछ भ्रष्टाचारी सचिव कर रहे हैं और उन भ्रष्टाचारियों को सह व खुला संरक्षण कुछ सत्ताधारी नेताओ का प्राप्त होने से बिना डर और भय के पंचायती राज के नियम के विपरित कार्य कर के शासकीय पैसे का भुगतान किया जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारी कुछ सत्ताधारी नेताओ के डर से भ्रष्टाचारी सचि वो पर कार्यवाही करने से डरते हैं यदि भ्रष्टाचारी सचिवों पर कार्यवाही की हिम्मत जुटाते भी है तो अधिकारियो के ही स्थांतरण करने की फोन की घंटी बजने लगती हैं।
ग्राम पंचायत में मची लूट -
जनपद पंचायत अनूपपुर मुख्यालय बदरा अंतर्गत ग्राम पंचायत लामाटोला में मटेगित्त सप्लाई गिट्टी,रेता,छड़,सीमेंट,टेबिल,कुर्सी दीवान,अलमारी,बूंदी,मिष्ठान एवं अन्य सामग्री के नाम पर फर्जी तरीके से बिल लगा लगाकर लगभग 50 लाख रुपए का भुगतान सचिव ने आंख मूंदकर कर दिया। भ्रष्टाचार की बहती गंगा में लामाटोला सचिव महेश केवट,सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल ने डुबकी लगाई।
रोजगार सहायक के भाई के नाम पर हुआ लाखो का भुगतान -
ग्राम पंचायत लामाटोला के पूर्व सचिव ईश्वर सिंह एवं वर्मान सचिव महेश केवट,सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल भ्रष्टचार की तीनों तिकड़ियो ने मिलकर ऐसा मकड जाल बिछाया कि रोजगार सहायक के चचेरे भाई देववांत प्रताप सिंह के जीएसटी न. 23FQTPS8888G2ZN जो कि ओम साई राम सप्लायर एंड ट्रेडर्स के बिल में डाल कर मटेरियल सप्लायर का लगभग 50 लाख का बिल भुगतान हो गया। सचिव महेश केवट सरपंच आनंद सिंह रोजगार सहायक के भ्रष्टाचार के इस खेल में जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी लिप्त।जिससे भ्रष्टाचारियों को किसी का डर भय नहीं है आज अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा हाल जनपद पंचायत अनूपपुर मुख्यालय बदरा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में फैले भ्रष्टाचार पर अभयदान दिया जा रहा है।
मजदूर बना मटेरियल सप्लायर-
ग्राम पंचायत लामाटोला में सचिव महेश केवट सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल की जुगल जोड़ी ने ग्राम पंचायत व शासकीय पैसे का बंटाधार कर दिया। ग्राम पंचायत चापानी निवासी शिलभद्र जोशी जिसका जॉब कार्ड न. MP-46-002-010-001/238-B के नाम पर स्वयं व पत्नी प्रभा के नाम से 37 दिन का मजदूरी भुगतान किया गया वहीं ग्राम पंचायत लामा टोला में 15 दिन मजदूरी भुगतान करने के नाम पर 10/02/2019 को 5250/- रुपए भुगतान किया जाता है जबकि दूसरी ओर शीलभद्र जोशी मटेरियल सप्लायर गिट्टी, रेता,छड़ एवं सीमेंट के नाम पर कई लाखो रुपए का कई ग्राम पंचायत लामाटोला से भुगतान किया गया है।
एक ही दिन में बिल व पर्ची से दो बार हुआ भुगतान -
ग्राम पंचायत लमाटोला में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी मजबूत हो गई है कि भ्रष्टाचारी अधिकारी सचिव महेश केवट सरपंच आनंद सिंह एवं रोजगार सहायक सुदीप सिंह बघेल ने अपनी अपनी जेब भरने के चक्कर में शासन की ही नाइया डुबाने में जुट गए। ग्राम पंचायत लामा टोला में सादे कागज पर कई बार बिल बनाकर लाखो रुपए का भुगतान किया गया। इनके इतने में भी जब पर नहीं भरा तो एक ही बिल को एक बार पर्ची में एवं एक बार ओम साई राम सप्लायर एंड ट्रेडर्स के नाम से 06/01/2018 को 71,190 रुपए की राशि का भुगतान, 05/01/2018 को 1,23,586/- रुपए की राशि एवं वहीं 28/12/2017 को 1,51,500/- रुपए की राशि का भुगतान बिल एवं पर्ची से दो दो बार आंख मूंदकर भुगतान किया जाता रहा और जिम्मेदार अधिकारी ईमानदारी की दुहाई देते हैं और पर्दे के पीछे रहकर भ्रष्टाचारियों को सह दे कर अपना अभयदान प्रदान कर देते हैं। जब जिम्मेदार अधिकारी ही अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ ले तो भला जिले के अंतिम छोर पर फैले भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी कौन उठाएगा।
कहना है -
ख़बर नहीं लगाइएगा ग्राम पंचायत में मेरे पूर्व से ही रोजगार सहायक के चचेरे भाई मटेरियल सप्लायर का कार्य कर रहे हैं मजदूर हमारे यह मटेरियल सप्लाई नहीं करते हैं।
महेश केवट
सचिव,ग्राम पंचायत लामा टोला
कहना है -
सरपंच, सचिव के पास खुद का पासवर्ड होता है जिससे वह मनमर्जी बिल भुगतान कर लेते हैं,यदि रोजगार सहायक के चचेरे भाई को भुगतान किया गया है तो यह पंचायती राज्य के विरूद्ध है एवं मजदूरी करने वाला व्यक्ति मटेरियल सप्लायर नहीं हो सकता जांच कर निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।
सारोधन सिंह
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत,अनूपपुर
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