कोतमा/आमीन वारसी- अखबारों और शोसल मीडिया में लोकप्रियता की सुर्खियाँ बटोरते आपने बहोत से नेताओं को देखा होगा और देख भी रहें है लेकिन सच्ची लोकप्रियता आप सब ने 21 अगस्त की सुबह से देर शाम तक देखी है। जो कोतमा नगर के लिए मनहूस गढ़ी थी। जैसे ही नगर के महान नेता राजेश सोनी जी के निधन की जानकारी समूचे कोतमा विधानसभा क्षेत्र सहित जिले व संभाग के लोगों को मिली सभी अचम्भित रह गए मानों जैसे कुछ देर के लिए सब कुछ थम सा गया हो लोगों को यक़ीन ही नही हो रहा था। लेकिन जीवन की तरह मृत्यु भी एक सच्चाई है मेरे दोस्त और यही सच था जन नायक लोकप्रिय नेता राजेश सोनी की एक छोटी सी बीमारी के कारण देहांत हो गया राजेश सोनी जी की लोकप्रियता ऐसी थी कि सुबह 6 बजे से ही उनके घर पर लोगों का आना जाना शुरू हो गया सभी वर्ग सभी जाति समाज के युवा बुजुर्ग माता बहनें अपने जनप्रिय लोकप्रिय नेता के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने के लिए बेताब थें सभी की आँखे नम थी कोई ऐसा शख्स नही था जो राजेश सोनी के निधन पर न रोया हो ये लोकप्रियता नही तो और क्या है।
दाह संस्कार बहोत देखा लेकिन ऐसा कहा-
हम आप सबने दाह संस्कार होते बहोत देखा लेकिन हजारों लोगों के काफिले के साथ मुक्ति धाम को जातें हुए ऐसा ऐतिहासिक दाह संस्कार पहली बार देखा होगा। नगर के बहोत से लोग व जनप्रतिनिधि इस दुनिया को अलविदा कह गए और सम्मान के साथ उनका दाह संस्कार भी हुआ। लेकिन नगर का चहुमुखी व ऐतिहासिक विकास कार्य करने वाले यशस्वी नगर पालिका अध्यक्ष राजेश सोनी जी के दाह संस्कार जैसा शायद ही किसी दूसरे का होगा।अंतिम यात्रा में उनकी अर्थी के साथ हजारों लोगों का जन सैलाब काफिला चल रहा था और लोग यह कहते चलें जा रहें थें जब तक सूरज चाँद रहेगा राजेश सोनी का नाम रहेंगा। धन्य है आप सब जिन्होने मृतक आत्मा को ऐसी श्रदाँजलि अर्पित की है इस तरह की श्रदाँजलि देखकर स्वयं ईश्वर भी रो पड़ा होगा।इसे कहते है सच्ची लोकप्रियता जो सिर्फ राजेश सोनी के प्रति आम जनमानस की थी।
जन नायक के दाह संस्कार से ही ले प्रेणा-
समूचे विधानसभा क्षेत्र में लोकप्रियता की मिसाल कायम कर चुके जन नायक जन प्रिय नेता राजेश सोनी से उनके जीते जी तो सर्वदलीय नेता कुछ सीख नही पाए कम से कम उनके मृत्यु उपरांत उनके अंतिम संस्कार की झलकियां से प्रेणा लेनी चाहिए इसमें कोई संकोच नही करना चाहिए।राजेश सोनी जी ने अपने कार्य काल के दौरान सिर्फ वही किया जो उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठते वक्त शपथ ली थी कि नगर का चहुमुखी विकास करूँगा और अपने नगर की जनता का हर हाल में ख्याल रखूगा और उन्होंने अपनी शपथ बखूबी निभाई।ऐसी शपथ चुनाव जीतने के बाद सभी नेता मंत्री सांसद विधायक अध्यक्ष लेते है मगर कुछ नेता कुर्सी पर बैठने के बाद अपनी ही ली हुई शपथ भूल जाते हैं सिर्फ राजेश सोनी जैसे ही महान नेता जनता से किए हुए वादे नही भूलते इसलिए राजेश सोनी जैसी लोकप्रियता हासिल करने के लिए अन्य नेताओं को उनके विचारों पर चलने की जरूरत है।
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