Wednesday, June 26, 2019

चिट फंट कंपनियों की प्रताड़ना से तंग आकर शाहिद ने की आत्म हत्या


कोतमा/आमीन वारसी- वार्ड नं 9 इस्लाम गंज निवासरत लोगों ने बताया कि शाहिद सौदागर पिता स्वर्गीय आशिक सौदागर नगर में संचालित चिट फंट कंपनियों की प्रताड़ना से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली लोगों ने बताया कि आज दिनांक 26 जून बुधवार को शाहिद को चिट फंट कंपनी   का पैसा समूह के माध्यम से  जमा करना था शाहिद के पास जमा करने को पैसा नही था और ब्याज पर पैसा देने वाली कंपनी का काफी दबाव था कि अगर समय पर पैसा जमा नही किया तो बड़ी कार्यवाही की जाएगी मृतक शाहिद अपने आप को डरा सा महसूस किया और तनाव में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली मृतक शाहिद गरीब परिवार का लड़का था जो  मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहा था।

महिलाओं का समूह बनाकर ब्याज पर बाट रहे पैसा-

नगर में संचालित चिटफंट कंपनी यश वंदना, सोनाटा, सेटीग, इसाफ,एल एल टी,द्वारा बैंक नियम विरुद्ध नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ऐजेंट के माध्यम से घर घर जाकर 10-15 गरीब तबके की महिलाओं का समूह बनाकर अपने मन मर्जी दस्तावेजी तैयार कर गरीब अनपढ़ महिलाओं से हस्ताक्षर अंगूठा लगवाकर पहले ब्याज पर पैसा दिया जाता है गरीब लोग पैसे की लालच में आकर बगैर सोचें समझें उक्त कंपनियों से पैसा ले लेते फिर नियम विरुद्ध कंपनी द्वारा जबरन प्रताड़ित करते हुए वसूली की जाती है।

पुलिस प्रशासन को नही है जानकारी-

 नगर में चिटफंट कंपनी संचालित है एवं उक्त  कंपनियों द्वारा नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ब्याज पर पैसा बाटा जा रहा मगर पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी नही है इसका बड़ा कारण यह है कि चिटफंट कंपनी द्वारा संबंधित विभाग एवं थाना प्रभारी को जानकारी नही दी गई चिट फंट कंपनी द्वारा मनमाने तरीके से सिर्फ ब्राच खोलकर महिलाओं का समूह ग्रूप बनाकर ब्याज पर पैसा बाटना शुरू कर दिया गया है।

25% ब्याज पर बाट रहे पैसा-
नगर में दर्जन भर चिट फंट कंपनी संचालित है जो एक दूसरे से कम्पीटिशन करते हुए एक ही महिला को लगातार 4 से 5 बार अलग अलग कंपनी द्वारा   लोन देकर एक लोन पर 25% के हिसाब से ब्याज वसूला जाता है जिससे कर्ज के बोझ तले दबे जाता है जिससे महिलाएं मानसिक तनाव में रहती है जिसका प्रभाव उनके पुरुषों पर भी पड़ता है और कर्ज के बोझ तले दबे शाहिद सौदागर जैसे गरीब लोग आत्म हत्या करने पर मजबूर हो रहें है। नगर सम्मानीय जनों जनप्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर से मांग कि है कि जिला मुख्यालय सहित कोतमा नगर में संचालित चिटफंट कंपनियों की जांच कराकर उचित कार्यवाही करें साथ ही अनावश्यक कर्ज के  जनजाल में फसे लोगों को बचाया जाए।

इनका कहना- शाहिद ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है मृग कायम कर विवेचना में लिया गया है परिजनों का कहना है शाहिद किसी समूह से कर्ज लिया था जिस कारण परेशान था।

आर के बैस
थाना प्रभारी कोतमा

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