एस एस डी एम दे रहे तारीख पर तारीख
कोतमा/आमीन वारसी- कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का कल्याणपुर के पीड़ित किसान शिवलाल केवट ने बताया कि राजस्व विभाग की लापरवाही या फिर सांठ गांठ नीति के कारण मै न्याय पाने के लिए 2017 से एस डी एम कार्यालय का चक्कर लगा रहा है लेकिन अब तक न्याय नही मिल सका एस डी एम साहब द्वारा सिर्फ तारीख पर तारीख दे दी जाती है।
यह है मामला- पीड़ित किसान शिवलाल केवट लिखित शिकायत करते हुए बताया कि मेरे ही परिवारिक सदस्य सजनलाल वगैरह द्वारा पटवारी हल्का कल्याणपुर अंतर्गत स्थित भूमि खसरा नं 124,128,129,140,147,148/1,180,183,210,222/1,कुल10 किता भूमि बटनवारा का कोतमा तहसील में आवेदन किया गया था लेकिन तत्कालीन पटवारी चंद्रशेखर द्वारा बिना मेरी सहमति एवं हस्ताक्षर के मनमाने तरीके से फर्जी हस्ताक्षर कराकर 14 किता भूमि का बटनवारा कर दिया गया जो सही नही है जब आवेदन कर्ता 10 किता भूमि का बटनवारा कराना चाहता था तो फिर 14 किता भूमि खसरा नं 158, 149,186/1,एवं 127, का बटनवारा भी कर दिया गया उक्त 4 किता भूमि मेरी पर्सनल भूमि है जिसे भी राजस्व विभाग के जिम्मेदारों ने लूट कर मुझे कंगाल कर दिया।
एस डी एम साहब दो साल से मामले को लटका कर रखें है- पीड़ित किसान ने बताया कि गलत बटनवारा होने के कारण मेरे द्वारा शिकायत दावा प्रस्तुत किया गया है कि आप उक्त गलत बटनवारे को निरस्त कर उचित बटनवारा की कार्यवाही करें लेकिन बीते दो साल से मामला विचाराधीन है जिसका निराकरण आज तक नही किया गया।
एस डी एम साहब अपने कर्मचारी को बचा रहे है- तत्कालीन पटवारी चंद्रशेखर द्वारा इस तरह का कृत्य किया गया जिससे पीड़ित किसान शिवलाल कंगाल हो गया और इतना कुछ होने के बाद भी कोतमा एस डी एम मिलिन्द नागदेवे उक्त फर्जी बटनवारा करने वाले पटवारी को बचा रहे है आखिर क्यो अब तक एस डी एम साहब पटवारी चंद्रशेखर के खिलाफ कार्यवाही नही किए और कितने वर्ष उक्त मामला विचाराधीन रहेगा क्या कोई विचाराधीन मामले की कोई समय सीमा है या नही आखिर कब होगा पीड़ित किसान के साथ इंसाफ कही ऐसा तो नहीं एस डी एम साहब फर्जी बटनवारा मामले को जानबूझकर ठंडे बस्ते में डाल दिए है क्योकि उक्त फर्जी बटनवारे मामले मे निश्चित ही विभाग शर्मसार होगा।
एस डी एम के आदेश को दिखा रहे ठेंगा- कोतमा तहसील में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी एस डी एम के आदेश को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे है पीड़ित किसान शिवलाल केवट ने 6 अक्टूबर 2018 को एस डी एम साहब कार्यालय सहित उप पंजीयन कार्यालय में लिखित शिकायत आपंति दर्ज कराई थी साथ ही बताया था कि उक्त मामला आपके कोर्ट में विचाराधीन है उसके बाद भी उक्त विवादित भूमि का क्रय विक्रय रजिस्ट्री के माध्यम से किया जा रहा है जिस पर रोक लगाए लेकिन पीड़ित शिवलाल की आपंति का कोई प्रभाव नही पड़ा और एस डी एम साहब के आदेश को रजिस्ट्रार संत कुमार कुशवाहा ने ठेंगा दिखाते हुए उक्त विवादित भूमि की रजिस्ट्री कर दी इसका मतलब साफ है कि कोतमा तहसील अंतर्गत एस डी एम साहब का आदेश कोई महत्व नही रखता है।
इनका कहना: मै अभिलेख देख कर ही बता पाऊगा की रजिस्ट्री हुई है या नही।
संत कुमार कुशवाहा रजिस्ट्रार
उप पंजीयन कार्यालय कोतमा
No comments:
Post a Comment