कोतमा/आमीन वारसी- तहसील अंतर्गत बड़े पैमाने में शासकीय एवं गरीब आदिवासियों किसानों की भूमि पर जबरन भू माफियाओ द्वारा कब्जा किया जा रहा है जो राजस्व विभाग की उदासीनता और मिली भगत से ही संभव है अन्यथा कोई भी व्यक्ति कितना भी ताकतवर हो शासन प्रशासन से नही जीत सकता अगर राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी चाह ले तो सिर्फ एक ही दिन में क्षेत्र के भू माफियाओ के खिलाफ कार्यवाही कर सलाखों के पीछे भेज दे लेकिन अफ़सोस ऐसा संभव ही नही है। एस डी एम हो तो गजेन्द्र सिंह जैसा- आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व कोतमा एस डी एम के रूप में तेज तंरार आफिसर गजेन्द्र सिंह की पदस्थापना हुई थी जो बेहद ही ईमानदार होने के साथ ही अवैध उत्खनन का कारोबार करने वालों सहित भू माफियाओ के लिए आतंक थे एवं तहसील में गरीब किसानों के लिए किसी मसीहा से कम नही थे कोई भी पीड़ित न्याय बगैर घर वापस नही जाता था इसलिए आज भी उनके कार्य काल को जनता याद कर रही है। भू माफियाओ का बोल बाला- आज तहसील में सिर्फ अवैध कारोबारी भू माफियाओ का ही बोल बाला है पंक्षकार को सिर्फ फीस लेकर अगली पेशी की तारीख दे दी जाती है गरीब किसानों का जमीन संबंधित कार्य महीनों नही होता और भू माफियाओ का काम एक ही दिन में कर दिया जाता है क्योकि बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रूपया भू माफियाओ से भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी को अच्छी खासी रकम मिल जाती है इसलिए तहसील में भू माफियाओ का राज चलता है।आखिर कब होगी भू माफियाओ पर कार्यवाही- बड़े पैमाने मे बिक रही शासकीय भूमि- बीते 24 जनवरी गुरूवार को आपसी जमीनी विवाद में गंभीर रूप से घायल हुए कोतमा नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी अनिरूद्ध ताम्रकार कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी जिला उपाध्यक्ष नवल सराफ जिनका उपचार जिला चिकित्सालय में अब भी चल रहा है भू माफियाओ के हौसले दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे है जिस पर रोक लगाने में राजस्व एवं पुलिस विभाग पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। दूसरी ओर कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का कल्याणपुर के किसानों से धोखाधड़ी कर अजीमुददीन भोचू ने बड़े पैमाने में शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया गया है तो वही कोतमा तहसील परिसर से महज 100 मीटर की दूरी पर वार्ड नं 10 कुदरी टोला में भी इन दिनों शासकीय भूमि खरीद फरोख्त की जा रही है और राजस्व विभाग के जिम्मेदार बेखबर है कुदरी टोला मे गरीब आदिवासी शासकीय भूमि पर अपनी झोपड़ी बना कर गुजर बसर कर रहे हैं जिन्हें मध्यप्रदेश शासन द्वारा लगभग 675 वर्ग फीट का एक व्यक्ति को पट्टा दे दिया गया है जो लोग बड़े पैमाने में शासकीय भूमि पर कब्जा किए हुए है वही लालच में आकर अब शासकीय भूमि विक्रय करने में लगें है जिस ओर कोतमा एस डी एम एवं तहसीलदार द्वारा ध्यान बिल्कुल नहीं दिया जा रहा है जिससे भू माफिया बेखौफ़ होकर शासकीय भूमि बेच रहे है। जबकि उक्त शासकीय भूमि पर कब्जाधारियो की व्यक्तिगत पट्टे की भूमि है फिर भी जबरन शासकीय भूमि पर कब्जा कर खरीद फरोख्त कर रहे है। पट्टा कम कब्जा जादा: जिन्हे शासन द्वारा 675 वर्ग फीट का पट्टा देकर यह अधिकार दिया है कि कोई भी बगैर छत के न रहे लेकिन कुछ शातिर मास्टर माइंड भू माफिया लगभग 2 से 4 हजार वर्ग फीट शासकीय भूमि पर कब्जा किए हुए है जिसे 50 हजार से 1 लाख रुपए में बिना किसी लिखा पढ़ी के बाहरी लोगों को बेचा जा रहा है कोतमा एस डी एम को पट्टा वितरण के साथ ही कब्जा धारियों को 675 वर्ग फीट भूमि नाप कर देनी चाहिए जिससे शासकीय भूमि का दुरुपयोग न सकें। इन्हे मिला पट्टा: मध्यप्रदेश शासन द्वारा वार्ड नं 10 कुदरी टोला के निवासी मैकू कोल, प्रमोद कोल, राजू कोल, दद्दी कोल, देव शरण कोल, रज्जन, कोल मुन्नी बाई, शारदा रजक, रामलाल साहू ,सहित अन्य को अधिकार पत्र दिया गया है।वार्ड वासियों ने जिला कलेक्टर से मांग कि है कि कोतमा तहसील अंतर्गत शासकीय एवं गरीब आदिवासियों किसानों की भूमि खरीद फरोख्त करने वाले लोगों पर कार्यवाही करें।
Friday, January 25, 2019
राजस्व विभाग की उदासीनता से भू माफियाओ के हौसले बुलंद
कोतमा/आमीन वारसी- तहसील अंतर्गत बड़े पैमाने में शासकीय एवं गरीब आदिवासियों किसानों की भूमि पर जबरन भू माफियाओ द्वारा कब्जा किया जा रहा है जो राजस्व विभाग की उदासीनता और मिली भगत से ही संभव है अन्यथा कोई भी व्यक्ति कितना भी ताकतवर हो शासन प्रशासन से नही जीत सकता अगर राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारी चाह ले तो सिर्फ एक ही दिन में क्षेत्र के भू माफियाओ के खिलाफ कार्यवाही कर सलाखों के पीछे भेज दे लेकिन अफ़सोस ऐसा संभव ही नही है। एस डी एम हो तो गजेन्द्र सिंह जैसा- आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व कोतमा एस डी एम के रूप में तेज तंरार आफिसर गजेन्द्र सिंह की पदस्थापना हुई थी जो बेहद ही ईमानदार होने के साथ ही अवैध उत्खनन का कारोबार करने वालों सहित भू माफियाओ के लिए आतंक थे एवं तहसील में गरीब किसानों के लिए किसी मसीहा से कम नही थे कोई भी पीड़ित न्याय बगैर घर वापस नही जाता था इसलिए आज भी उनके कार्य काल को जनता याद कर रही है। भू माफियाओ का बोल बाला- आज तहसील में सिर्फ अवैध कारोबारी भू माफियाओ का ही बोल बाला है पंक्षकार को सिर्फ फीस लेकर अगली पेशी की तारीख दे दी जाती है गरीब किसानों का जमीन संबंधित कार्य महीनों नही होता और भू माफियाओ का काम एक ही दिन में कर दिया जाता है क्योकि बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रूपया भू माफियाओ से भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी को अच्छी खासी रकम मिल जाती है इसलिए तहसील में भू माफियाओ का राज चलता है।आखिर कब होगी भू माफियाओ पर कार्यवाही- बड़े पैमाने मे बिक रही शासकीय भूमि- बीते 24 जनवरी गुरूवार को आपसी जमीनी विवाद में गंभीर रूप से घायल हुए कोतमा नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी अनिरूद्ध ताम्रकार कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी जिला उपाध्यक्ष नवल सराफ जिनका उपचार जिला चिकित्सालय में अब भी चल रहा है भू माफियाओ के हौसले दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे है जिस पर रोक लगाने में राजस्व एवं पुलिस विभाग पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। दूसरी ओर कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का कल्याणपुर के किसानों से धोखाधड़ी कर अजीमुददीन भोचू ने बड़े पैमाने में शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया गया है तो वही कोतमा तहसील परिसर से महज 100 मीटर की दूरी पर वार्ड नं 10 कुदरी टोला में भी इन दिनों शासकीय भूमि खरीद फरोख्त की जा रही है और राजस्व विभाग के जिम्मेदार बेखबर है कुदरी टोला मे गरीब आदिवासी शासकीय भूमि पर अपनी झोपड़ी बना कर गुजर बसर कर रहे हैं जिन्हें मध्यप्रदेश शासन द्वारा लगभग 675 वर्ग फीट का एक व्यक्ति को पट्टा दे दिया गया है जो लोग बड़े पैमाने में शासकीय भूमि पर कब्जा किए हुए है वही लालच में आकर अब शासकीय भूमि विक्रय करने में लगें है जिस ओर कोतमा एस डी एम एवं तहसीलदार द्वारा ध्यान बिल्कुल नहीं दिया जा रहा है जिससे भू माफिया बेखौफ़ होकर शासकीय भूमि बेच रहे है। जबकि उक्त शासकीय भूमि पर कब्जाधारियो की व्यक्तिगत पट्टे की भूमि है फिर भी जबरन शासकीय भूमि पर कब्जा कर खरीद फरोख्त कर रहे है। पट्टा कम कब्जा जादा: जिन्हे शासन द्वारा 675 वर्ग फीट का पट्टा देकर यह अधिकार दिया है कि कोई भी बगैर छत के न रहे लेकिन कुछ शातिर मास्टर माइंड भू माफिया लगभग 2 से 4 हजार वर्ग फीट शासकीय भूमि पर कब्जा किए हुए है जिसे 50 हजार से 1 लाख रुपए में बिना किसी लिखा पढ़ी के बाहरी लोगों को बेचा जा रहा है कोतमा एस डी एम को पट्टा वितरण के साथ ही कब्जा धारियों को 675 वर्ग फीट भूमि नाप कर देनी चाहिए जिससे शासकीय भूमि का दुरुपयोग न सकें। इन्हे मिला पट्टा: मध्यप्रदेश शासन द्वारा वार्ड नं 10 कुदरी टोला के निवासी मैकू कोल, प्रमोद कोल, राजू कोल, दद्दी कोल, देव शरण कोल, रज्जन, कोल मुन्नी बाई, शारदा रजक, रामलाल साहू ,सहित अन्य को अधिकार पत्र दिया गया है।वार्ड वासियों ने जिला कलेक्टर से मांग कि है कि कोतमा तहसील अंतर्गत शासकीय एवं गरीब आदिवासियों किसानों की भूमि खरीद फरोख्त करने वाले लोगों पर कार्यवाही करें।
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