कोतमा/आमीन वारसी- कोयलांचल सट्टा बाजार की माने तो कांग्रेस बहुमत की तरफ बढ़ती नजर आ रही है जबकि भाजपा चुनाव हार सकती है। 28 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव 2018 के मतदान के बाद सट्टा बाजार का रुख अब बदला हुआ है। 20 दिन पहले तक सट्टा बाजार जिस पार्टी की जीत का दावा कर रहा था, अब माहौल इससे बदलता हुआ नजर आ रहा है। प्रदेश सहित कोयलांचल सट्टा बाजार का मानना है कि भाजपा चुनाव हार सकती है और कांग्रेस जीत रही है। मध्यप्रदेश में मतदान 28 नवंबर को हो गया है। सट्टा बाजार की माने तो कांग्रेस के पक्ष में हवा है। और वह सरकार बनाने की तरफ आगे बढ़ रही है। इसी लिए कांग्रेस पर ज्यादा पैसा लगाया गया। इसके उलट मतदान होते ही भाजपा के पक्ष में पैसा कम लगने लगा। सट्टा बाजार में कांग्रेस को पहली पसंद बताते हुए ज्यादा पैसा लगाना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक 20 दिन पहले कोयलांचल के सट्टा बाजार में भाजपा की हवा थी। जबकि हवा का रुख पलटते देर नहीं लगी और सट्टेबाजों ने स्थिति पलट दी। सट्टा बाजार 230 सीटों में से कांग्रेस को 116 से ज्यादा सीटें मिलने का दावा कर रहा है, जबकि भाजपा के पक्ष में 102 सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। यानी कांग्रेस बहुमत के आंकड़े तक पहुंच सकती है ऐसा प्रदेश सहित कोयलांचल के सट्टेबाजों का कहना है।
मुश्किल है सटोरियों को पकड़ना-देश में किसी भी बात पर सट्टा लगाना गैर कानूनी है। सट्टा बाजार कभी दिखता नहीं है, इसलिए इसको पकड़ना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकि यह दूर-दराज के स्थानों पर बैठे लोग लगाते हैं, यह मोबाइल फोन से या वेबसाइट के जरिए या आनलाइन मोबाइल एप्लीकेशन से भी लगाया जाता है। सट्टा लिखने वाले एक जगह से दूसरी जगह पर मूव करते रहते हैं। ऑनलाइन सट्टा चलती हुई कार, कैफे अथवा शहर के पब्लिक प्लेस से भी संचालित किया जा सकता है, जो किसी की नजर में नहीं आता है। जबकि कोयलांचल के बदनामशुदा सटोरिया ही उक्त सट्टे के कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।
No comments:
Post a Comment