कोतमा/आमीन वारसी- कोई माई का लाल रोक नहीं सकता वाली कहावत कुछ जानी पहचानी सी लगती है अरे हा याद आया प्रदेश के मुखिया मामा शिवराज सिंह चौहान ने आरंक्षण को लेकर कही थी जिससे पूरे प्रदेश की आवाम को आघात पहुचा है अभी मुखिया जी द्वारा दिया हुआ जख्म भरा ही नहीं था कि एक और दूसरा माई के लाल वाला वीडियो शोसल मीडिया यू ट्यूब फेसबुक पर सुर्खिया बटोर रहा है वीडियो में मुखिया जी के शागिर्द भाजपा नेता कोतमा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं वर्तमान भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल सत्ता के नशे में चूर होकर ग्रामीण क्षेत्र में निजी कंपनी विलसपन के साथ मिलकर सभा लगाकर गरीब किसानों की जमीन निजी कंपनियों को बेचने के लिए बहलाया फुसलाया जा रहा था लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की गरीब किसान जनता अपनी जमीन नहीं देना चाहते थे और किसान नाराज होकर सभा स्थल से जाने लगे तो पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल आग बबूला हो गए और ग्राम पंचायत उमरदा मझौली तहसिली सहित कई ग्राम पंचायत कि आम जनता आम मतदाताओ को धमकी देने लगे की मुझसे उँची आवाज़ में बात मत करना जाना है तो जाओ नाराज़ हो मुझे परवाह नहीं है वोट नहीं देना होगा तो नहीं देना मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है मुझे चुनाव जीतने से कोई माई का लाल रोक नहीं सकता भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल के इस घटिया बयान से यह साबित होता है कि चाल चेहरे चरित्र व अनुशासन वाली भारतीय जनता पार्टी का अनुशासन सैकड़ों बार सड़क पर देखा गया है और भारतीय जनता पार्टी के कथनी और करनी में बहोत अंतर है साथ ही भारतीय जनता पार्टी के तमाम विधायक सांसद मंत्री सहित मुख्यमंत्री को अहंकार है कि हमें और हमारी सरकार को कोई हटा नहीं सकता मध्यप्रदेश में 15 वर्ष से हमारी सरकार विराजमान है और चौथी बार भी भारतीय जनता पार्टी की ही जीत होगी और फिर हमारी सरकार बनेगी इसी अहम और घमंड मे सत्ता के नशे में चूर पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल द्वारा कोतमा विधानसभा क्षेत्र के गरीब आदिवासी किसानों की भूमि भू माफियाओ एवं निजी कंपनियों को बेचने का दबाव बना रहे थे। कोतमा विधानसभा अंतर्गत उमरदा मझौली,तरसिली ग्राम पंचायत सहित दर्जनो गाव के गरीब किसानो की लगभग 1100 एकड भूमि पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल की मिली भगत से विल्सपन कम्पनी ने अधिग्रहित की है जिसका उचित मुआवजा एव रोजगार आज दिनांक तक पीडित किसानो को नही दिया गया है।
पूर्व में लगे आरोप भी सत्य - दिलीप जायसवाल द्वारा धमकी भरे बयान से यह भी साबित होता है कि पूर्व विधायक दिलीप जायसवाल एवं उनके भाईयों पर लगे तमाम आरोप सही हैं दिलीप जायसवाल के विधायकी कार्यकाल के दौरान न जाने कितने गरीब आदिवासी किसानों की भूमि को लूट लिया गया है आज भी दर्जनो मामले तहसील न्यायालय में विचाराधीन है लेकिन सत्ता और पावर होने के कारण अब तक इन पर कार्यवाही नहीं हो सकीं और न ही पीडि़तों को न्याय मिल सका। अब देखना यह है कि कोतमा विधानसभा भाजपा प्रत्याशी अहंकारी दिलीप जायसवाल को माई के लाल चुनाव जीतने से रोक पाते है या नही।
अहंकारी भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल का वीडियो देखें और सुने-👇👇👇👇
Kshama chahta hu par maai ka laal chunav nai jeetne dega. Sarpanch pratinidhi DOLA,..Vidhan sabha kotma pratyasi DINEDH KUMAR SINGH
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