Tuesday, October 9, 2018

आखिर रिश्वत खोरो पर हो ही गई निलम्बन की कार्यवाही



कोतमा/आमीन वारसी- वन परिक्षेत्र में पदस्थ रिश्वत खोर कर्मचारी पर निलंबन की गाज गिर ही गई बता दे कि कोतमा वन परिक्षेत्र मे पदस्थ प्रभारी रेंजर रवि शंकर त्रिपाठी डिप्टी रेंजर शिवचरण पुरी बीट गार्ड अवध नरेश शुक्ला द्वारा जमकर अवैध उत्खनन माफियाओ से वसूली कार्य किया जा रहा था छत्तीसगढ़ के एक व्यवसायी से डेढ़ लाख रिश्वत लेकर अवैध उत्खनन करते पकड़े गए टैक्टर वाहन को छोड़ने का हिसाब-किताब चल रहा था इसी लेन देन के दौरान वीडियो आडियो बनकर तैयार हुआ और वायरल भी हो गया जैसे ही वीडियो आडियो वायरल हुआ रिश्वत खोर कर्मचारियो के पैरों तले जमीन खिसक गई और कुछ ही देर में रिश्वत खोरो का आडियो वीडियो वन संरक्षक शहडोल तक पहोच गया और जांच शुरू हुई तो पहले रिश्वत खोरो के प्रमुख प्रभारी रेंजर रवि शंकर त्रिपाठी को आनन-फानन में प्रभाव से हटा दिया गया है और उसकी जगह अनूपपुर रेंजर ए के निगम को अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया फिर जांच आगे बढ़ी तो डिप्टी रेंजर शिवचरण पुरी का भेडरी तलैया और बीट गार्ड अवध नरेश शुक्ला का अहिरगवा के लिए स्थानांतरण कर दिया गया लेकिन लापरवाह कर्मचारियो ने वन संरक्षक कार्यालय के आदेश की अनदेखी कर दी और स्थानांतरण की हुई जगह पर डियूटी ज्वाईन नहीं किए जिससे डिप्टी रेंजर शिवचरण पुरी बीट गार्ड अवध नरेश शुक्ला को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। वही बताया जाता है कि रिश्वत कांड का मुख्य आरोपी कोतमा वन परिक्षेत्र में बने रहने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहा है।

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