विकास पुरूष को ही करेंगे वोट थोपे गए प्रत्याशी को तो बिल्कुल नहीं देंगे वोट
समवेत शिखर की खास बात चीत में युवाओं ने कहाँ कि शिक्षित और ईमानदार प्रत्याशी को ही देंगे वोट
कोतमा/आमीन वारसी-विधानसभा चुनाव में पार्टियों द्वारा थोपे गये प्रत्याशियों को नजर अंदाज करने का मन युवाओं ने बना लिया है। युवाओं को ऐसा प्रत्याशी चाहिए जो कि समाज से उठकर आया हो और लोगों की समस्याओं व उनकी आवश्यक्ताओं को समझने वाला हो। उनकी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ सके और उनकी बात ऊपर रख सके। अपने क्षेत्र से लेकर विधानसभा तक यहां की समस्याओं के लिए आवाज उठाने वाले प्रत्याशी को हो युवा मतदान करेंगे। दागी व चाटुकारों से घिरे जन प्रतिनिधि को युवाओं ने दर किनार कर जनता से सीधे संवाद करने वाले प्रत्याशी के चयन को प्राथमिकता दी है।
युवा मतदाताओं ने इस अंदाज में रखी अपनी बात- अनुभवी चेहरा ही क्षेत्र के विकास में कारगर साबित होगा। क्षेत्र के लिए ऊपर उठकर काम करे और जातिगत व दलगत राजनीति से हटकर समाज हित के बारे में सोच रखने वाले प्रत्याशी के चयन की आवश्यक्ता है। जिसमें जोश व काम करने का जज्बा होगा वह ग्रामीण अंचलो तक पहुंच सकता है (संजय सेन युवा मतदाता)। नई सोच व नई तकनीक की समझ रखने वाले अनुभवी चेहरे को बतौर जन प्रतिनिधि चुनने की आवश्यकता है। ऐसे जन प्रतिनिधि के चयन से ही क्षेत्र का विकास संभव है। विकास पुरुष जन प्रतिनिधि नई तकनीकों को विकसित करने व क्षेत्र में नये-नये प्रयोग कर कार्य करेगा।तभी क्षेत्र का विकास संभव हो सकेगा (मजीद खान, युवा मतदाता)।
पुरूष और महिला को एक समान समझने वाला हो प्रत्याशी- पुरुष के साथ महिलाओं को भी एक समान अधिकार मिले सभी को बराबर तवज्जो देने वाले जन प्रतिनिधि को प्राथमिकता के साथ अवसर देने की आवश्यकता है । विकास पुरुष चेहरे को सामने लाएंगे तो वह पूरी तरह से नई सोच के साथ आज की आवश्यकता के अनुसार कार्य करेगा। जिससे युवाओं के लिए भी कई नये रास्ते तैयार होंगें। (सुदामा अवधिया युवा मतदाता ) चाटुकारों से दूर जनता के बीच तक पहुंचने वाले जन प्रतिनिधि का चयन होना चाहिए। ऐसे प्रत्याशी का चयन होना चाहिए जो क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ अन्य मूलभूत सुविधाओं को तवज्जो देने वाला हो। क्षेत्र में बेरोजगारी सबसे बड़ा दंश है इसे समाप्त करने वाले जन प्रतिनिधि की आवश्यक्ता है। (मनोज द्विवेदी युवा मतदाता)। शिक्षित प्रत्याशी होना चाहिए जिसे नई तकनीक के साथ ही क्षेत्र के विकास के लिए क्या जरूरी है इसका ज्ञान होना चाहिए। जनता व जन प्रतिनिधि के बीच संवाद का जो अंतर है उसे समाप्त कर जनता से सीधे जुड़कर रहने वाले जन प्रतिनिधि का चयन हमारी पहली प्राथमिकता होगी। शिक्षा से जुड़ा होना चाहिए। ( संजय विश्वकर्मा युवा मतदाता)। मजबूत व्यक्तित्व के प्रत्याशी का चयन होना चाहिए। यदि प्रत्याशी व्यक्तित्व का धनी नहीं है तो उसका कोई अस्तित्व नहीं रह जाता है। ऐसे जन प्रतिनिध का चयन करेंगे जो कि क्षेत्र के विकास की बात विधानसभा में रख सके और पहचान दिला सके। लोकविद्या का ज्ञाता हो जो कि लोगों की समस्याओं को सुने। ( गुड्डू भरिया युवा मतदाता)। पार्टियों द्वारा थोपे हुए प्रत्याशी की जगह समाज के साथ साथ क्षेत्र का विकास कर ऊपर उठे हुए व्यक्ति का चयन बतौर प्रत्याशी होना चाहिए। जो सामाजिक कार्यों से सरोकार रखता हो और समाज की आवश्यक्ताओं को समझता हो। रटंत विद्या के गुण नहीं बल्कि उसकी खुद की एक सोच होनी चाहिए जिस पर वह काम करे। (राज कुमार तिवारी युवा मतदाता)। साफ सुथरी छवि वाले जन प्रतिनिधि की आवश्यकता है जो कि जातिगत व फूट डालो राज करों जैसी सोच से ऊपर उठकर काम करने वाला हो। उसे यह जानकारी होनी चाहिए कि क्षेत्र में क्या चल रहा है और उसे इसकी समझ होनी चाहिए कि क्षेत्र की जरूरते क्या हैं। तभी वह क्षेत्र के लिए कुछ कर सकेगा। (प्रशांत जायसवाल युवा मतदाता)। क्षेत्रवाद व जातिवाद को सामने रखकर वोट बैंक की राजनीति करने वाले की आवश्यकता नहीं है। ऐसे व्यक्तित्व के लोग मुख्य धारा से हट जाते हैं और क्षेत्र के विकास की जगह स्वयं के विकास में जुट जाते हैं। युवाओं के प्रति चिंता व समाज हित को लेकर चिंतन करने वाले व्यक्तित्व की आवश्यकता है। (पंकज चंद्रा युवा मतदाता)। जिसके अंदर काम करने की ललक हो जो स्वयं से ज्यादा दूसरों के विकास व दूसरो के बारे में सोचता हो ऐसे ही प्रत्याशी का चयन किया जाना चाहिए। क्षेत्र के विकास में ऐसा ही जन प्रतिनिध कारगर साबित होगा। बड़ी सोच व उसे पूरा करने का जज्बा रखने वाला प्रत्याशी का चयन हमारी प्राथमिकता होगी। (मनोज मिश्रा, युवा मतदाता)।
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