कोतमा/आमीन वारसी- प्रदेश के अंतिम छोर पर बसे अनूपपुर जिले की तहसील कोतमा वैसे तो हमेशा फर्जी काम काज के मामले में सुर्खिया बटोरती रहीं है एक बाद एक नए-नए कारनामे सामने आते रहते हैं। एक और नया मामला सामने आया है जहां कोतमा तहसील में पदस्थ आर आई राम सिंह धुर्वे जिन्हे पैसा लेकर फर्जी प्रतिवेदन बनाना फर्जी सीमांकन नक्शा तरमीम करना फर्जी पट्टा बनाना फर्जी पंचनामा बनाना शासकीय भूमि का गोल माल कर भू माफियाओ को लाभ पहुंचाने में महारथ हासिल है जिनका एक और कारनामा सामने आया है जो स्थानांतरण से पहले भूमि स्वामी एवं दलालों से लाखों रूपये लेकर फर्जी पटवारी प्रतिवेदन बना दिया जिससे भूमि विक्रेता और क्रेता को रजिस्ट्री कराने में आसानी हो गई जिससे क्रेता विक्रेता और प्रतिवेदन बनाने वाले आर आई राम सिंह धुर्वे को लाखों का फायदा हो गया एवं जमीन लेन देन करने वाले लोगो को भी टैक्स बचा कर लाभ हुआ लेकिन वही शासन को लाखों रूपये का नुकसान हो गया और यह सब कोतमा तहसील के भ्रष्ट कर्मचारी आर आई राम सिंह की वजह से संभव हो सका। 6/9/2018 को कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का ग्राम पैरीचुआ की आराजी खसरा नं 607/5 का विक्रय के लिए पटवारी प्रतिवेदन आर आई राम सिंह द्वारा बनाया गया था जो इस प्रकार है विक्रय शुदा भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग पर नहीं है जबकि भूमि पर कब्जा राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही किया जा रहा है एवं विक्रय शुदा भूमि में पेड़ पौधे नहीं लगे हैं जबकि भूमि पर आज भी इमारती हरे भरे पेड़ लगें हैं। इस तरह पैसा लेकर तहसील का एक जिम्मेदार कर्मचारी द्वारा भूमि क्रय विक्रय में शासन के साथ धोखाधड़ी कर भू माफियाओ को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है और कोतमा तहसील के जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ मूक दर्शक बने हुए है और कर्मचारी मलाई खा रहे हैं ।
और भी किया फर्जीवाड़ा- कोतमा तहसील के रिकॉर्ड अनुसार कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का कल्याणपुर की आराजी खसरा नं 296/297 की भूमि मध्यप्रदेश शासन की है जिसे मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कल्याणपुर के गरीब किसानों कृषि कार्य हेतु 50 वर्ष पूर्व बंटन व्यस्थापन के तहत दी गई थी साथ ही मध्यप्रदेश सरकार द्वारा राजस्व विभाग को यह शख्त आदेश दिया गया था कि उक्त किसानों को दी गई बंटन व्यस्थापन की भूमि का देख रेख करें और यह ध्यान रखें उक्त भूमि का किसान दुरूपयोग न करें और न ही बंटन व्यस्थापन की भूमि का पट्टा बनाया जाए एवं किसान उक्त भूमि का क्रय विक्रय न कर सके इसका विशेष रूप से तहसील कार्यालय ध्यान रखें। लेकिन कोतमा तहसील में मध्यप्रदेश सरकार व राजस्व अधिनियम धारा 1959 के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है कोतमा तहसील कें तत्कालीन तहसीलदार डी एन सिंह रामबाबू देवागन अंतु सिंह जैसे जिम्मेदार अधिकारियों की मेहरबानी से शुरू हुआ जो अब तक बरकरार है कोतमा तहसील अंतर्गत पटवारी हल्का कल्याणपुर की खसरा नं 296/297 सहित अन्य बंटन व्यस्थापन की भूमि आज भूमाफियाओ के कब्जे में है क्योकि उक्त किसानों से भूमाफियाओ द्वारा धन बल का प्रयोग कर एवं राजस्व विभाग के बिकाऊ कर्मचारियो से साठ गाँठ कर क्रय विक्रय कर लिया गया और जिस किसान ने भूमि नहीं दी तो फर्जी तरीके से उक्त भूमि का नामांतरण करा कर कब्जा करते हुए लूट लिया गया और तत्कालीन तहसीलदार के जाने के बाद वर्तमान तहसीलदार भी उक्त भूमि फर्जी बाड़ा को रोक नहीं पाए अभी हाल ही में 7/9/2018 को बंटन व्यस्थापन की भूमि खसरा नं 607/5 भूमिस्वामी विक्रेता घनश्यामदास सराफ क्रेता सतीश जायसवाल पटवारी हल्का पैरीचुआ की रजिस्ट्री कर दी गई और तहसील के जिम्मेदार अधिकारी एस डी एम एवं तहसीलदार को कुछ जानकारी ही नहीं रहतीं पूछने पर कहते हैं कि जांच कार्यवाही करेंगे । जाने ये कैसे अधिकारी है जो इनके अधीनस्थ कर्मचारी भू माफियाओ के साथ मिलकर खुलेआम फर्जीवाड़ा कर राजस्व रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर शासकीय सम्पत्ति को नष्ट कर रहे हैं। आरआई राम सिंह धुर्वे का तबादला जिला मुख्यालय अनूपपर हो चुका है अब कोतमा तहसील के अधिकारी कार्यवाही करेंगे भी तो किसके ऊपर। राम सिंह धुर्वे कोतमा तहसील अ्रर्तगत फर्जीवाडा कर कई लाख रू. कमा कर अनूपपुर चले गए अब अनूपपुर क्षेत्र के भूमाफियाओं को आर्शीवाद प्रदान करेंगे।
इनका कहना- अगर आर आई ने इस तरह का पटवारी प्रतिवेदन बना कर दिया है तो बिल्कुल गलत है शिकायत आने पर जांच उपरांत आर आई के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
टी आर नाग
तहसीलदार कोतमा
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