कोतमा- आमीन वारसी- असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजया दशमी को नगर में चारों ओर माता रानी के जैकारे लगाएं जा रहें थें आन बान शान से झाकियां निकाली जा रही थी पूरा भक्ति मय माहौल था भक्तजनों द्वारा जगह जगह भंडारे का आयोजन किया गया था ! जनप्रतिनिधि भी झाकियों के साथ साथ जूलूस में शामिल रहें कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ एवं भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल भी लोगों से मिलकर अपनें लिए आशीर्वाद मांग रहें थें !
एक पल में बदल गया चुनावी समीकरण-
जैसे ही दशहरा जूलूस कोतमा ह्रदय स्थल गाधीं चौक पहोचा तो अचानक से चुनावी माहौल ही बदल गया ! या यूँ कहें कि पूरा कोतमा नगर भाजपा मय हो गया ! भाजपा प्रत्याशी सहित भाजपा समर्थक गाधीं चौक पहुंचे तो भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल का नाराज कांग्रेस (जी 23) ग्रुप के सभी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया ! साथ ही नगर में भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल एवं उनके समर्थकों की टोली के साथ साथ नगर भ्रमण कर भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल के पक्ष में वोट भी मांग रहें थें ! यह देखकर पूरे नगर सहित कोतमा विधानसभा क्षेत्र दूर दराज़ गाँव गाँव से कोतमा नगर दशहरा देखने आए लोग भी अचंभित रह गए कि आखिर ये क्या हो रहा ! सारे नाराज कांग्रेसी नेता भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल के समर्थन में सड़कों पर निकलकर घर घर जाकर खुलेआम वोट मांग रहें !
टिकट वितरण बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि नाराज कांग्रेसी नेता अंततः कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ का समर्थन कर विजयी बनाएंगे ! लेकिन अब कोतमा विधानसभा चुनाव की तस्वीर साफ़ हो चुकी है कि कांग्रेस पार्टी का एक बड़ा समूह किसी भी सूरत में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ का समर्थन नही करना चाहतें बल्कि हर हाल में सुनील सराफ को चुनाव में पराजित करनें का संकल्प लिए हुए है !
नाराज कांग्रेस (जी 23) नेताओं का सीधा कहना है कि हम कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ का खुला विरोध करतें है ! हम कोई तीसरा मोर्चा खड़ा नही करेंगे हम सभी एकजुट होकर भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल का खुला समर्थन करेंगे !
ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ की मुश्किलें कम होनें की बजाय और बढ़ गई है ! कांग्रेस प्रत्याशी सुनील सराफ शायद यह सोच रहें थें कि वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर वर्ष 2023 का विधानसभा चुनाव भी आसानी से जीत जाऊँगा ! लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नही है क्योंकि भाजपा प्रत्याशी दिलीप जायसवाल नाराज भाजपाईयों को मनानें में सफल हो चुके है साथ ही भाजपा प्रत्याशी को नाराज कांग्रेस का भी साथ मिल रहा इसलिए यह चुनाव पूरी तरह से भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में जाता दिखाई पड़ रहा ! भारतीय जनता पार्टी और नाराज कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरेगें तो निश्चित ही वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव परिणाम के विपरीत होना तय है! सभी जानतें है पिछली बार नाराज भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने मिलकर भाजपा प्रत्याशी को हार का सबक सिखाया था ठीक उसी तरह अबकी बार भारतीय जनता पार्टी और नाराज कांग्रेस मिलकर कांग्रेस प्रत्याशी को पराजित करेंगे ! अब आगें का चुनावी समीकरण क्या होगा नही जानतें लेकिन वर्तमान स्थिति में भाजपा प्रत्याशी का पल्ला भारी दिखाई पड़ रहा और कांग्रेस प्रत्याशी को भारी नुकसान होता दिखाई पड़ रहा !
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