Thursday, May 12, 2022

लहसुई वार्ड वासी गंदा पानी पीने को मजबूर- पार्षद नही ले रहें सुध

कोतमा- आमीन वारसी- एक ओर मई माह में 42-43 डिग्री तापमान वाली चिलचिलाती धूप से सभी का हाल बेहाल है तो वही दूसरी ओर कोतमा नगर पालिका अंतर्गत वार्ड नं 14 एवं 15 लहसुई गाँव के वार्डवासी गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हो रहें है! जिस ओर नगर पालिका के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि पार्षद सी एम ओ द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है! जिससे वार्डवासी बूद बूद पीने के पानी के लिए तरस रहें! वार्डवासी अनिता यादव गुड़िया यादव हीना परवीन मोहम्मद अतीक मोहम्मद सदाफ मोहम्मद मुख्तार राघवेंद्र यादव शनि प्रसाद रौतिया मोहम्मद सफीर ने बताया कि केवई नदी का गंदा पानी बिना फिल्टर किए ही हम वार्ड वासियों को सप्लाई किया जा रहा है! जिसे पीकर वार्डवासी बीमार हो रहें! वार्ड वासियों ने बताया कि पहले हम लोगों को बोर का पानी पीने के लिए पुराने पाइपलाइन के माध्यम से दिया जाता था! लेकिन दो दिनों से उक्त बोर का पानी बंद करके सीधे केवई नदी का गंदा बिना फिल्टर किए ही सप्लाई कर रहें है! जिसकी मौखिक शिकायत वार्ड वासियों द्वारा मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रदीप झारिया से की गई है तो सीएमओ द्वारा कहा गया कि नदी के पानी को अन्य निस्तार के लिए उपयोग करें पीने के लिए टैंकर से पानी सप्लाई करेगें! हो सकता है नए नवेले सीएम ओ साहब को शायद यह जानकारी न हो कि वार्ड नं 14 एवं 15 की आबादी लगभग 8 से 10 हजार होगी उस हिसाब से टैंकर से पानी सप्लाई करना काफ़ी महगा साबित होगा! बहरहाल अभी दो दिनों से पीने के पानी का टैंकर वार्ड वासियों तक अब नही पहोचा! वार्ड वासी उक्त गंदा पानी ही पी रहें! 

नल जल योजना की खुली पोल-

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश सहित कोतमा नगर पालिका अंतर्गत भी समस्त वार्ड में नल जल योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च कर पाइपलाइन का विस्तार घर घर नल कनेक्शन करने की बात कही गई थी जिससे वार्ड वासियों को पानी समस्या न हो! अब सवाल यह है कि जब मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए करोड़ों ख़र्च किया गया है तो फिर वार्ड नं 14- एवं 15 में नल जल योजना अंतर्गत अब तक नई पाइपलाइन क्यों नही बिछाई गई है! और अगर नई पाइपलाइन बिछाकर लोगों के घरों में नल कनेक्शन किया गया है तो फिर वार्ड वासियों को गंदा पानी कैसे मिल रहा! एक बात साफ़ है कि शिवराज सरकार ने नल जल योजना के तहत भले ही करोड़ों ख़र्च किया हो लेकिन सच यह है कि कोतमा नगर में नल जल योजना का कार्य आज भी अधूरा पड़ा है जो शिवराज सरकार व उनके नुमाइंदों की पोल खोलने लिए काफ़ी है! 

पार्षदों को वार्ड वासियों की नही है चिंता- 

लहसुई गाँव वार्ड नं 14 एवं 15 के प्रथम व्यक्ति पार्षद अपने कारोबार व्यापार में व्यस्त है इन्हें वार्ड वासियों की समस्या से कोई लेना देना नही है! जबकि वार्ड पार्षद की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने वार्ड एवं वार्ड वासियों की समस्या का समाधान करें वार्ड वासियों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराए! वार्ड वासी यह सोचकर वार्ड के एक जिम्मेदार व्यक्ति को अपना वोट देकर अपना नेता चुनते है कि हमारा नेता हमारी समस्याओं का समाधान करेगा! लेकिन वार्ड वासियों की सोच के बिल्कुल विपरीत होता है वार्ड का एक आम नागरिक वार्ड वासियों का वोट पाकर वार्ड का खास व्यक्ति बन जाता है! और फिर वही व्यक्ति नेता बनकर वार्ड वासी एवं वार्ड की समस्या को भूलकर अपने निजी स्वार्थ में जुट जाता है! आज तक के इतिहास में ज्यादातर यही देखा गया है कुछ ही नेता ऐसेे होते जो नगर एवं वार्ड व वार्ड वासियों की समस्या को अपनी समस्या समझकर उक्त समस्या का समाधान करते है बाकी सब नेता बनते ही अपने निजी स्वार्थ में जुट जाते है और उन्हें वोट देने वाली जनता  समस्याओं में उलझी रहती है! 

इनका कहना: आपके माध्यम से जानकारी मिली मै कर्मचारी भेजकर दिखवाता हूँ! 


प्रदीप झारिया

मुख्य नगर पालिका अधिकारी कोतमा! 

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