कोतमा- आमीन वारसी- राजनैतिक मंच से भारतीय जनता पार्टी के सासंद विधायक मंत्री नेता लाख दावा करले कि भारतीय जनता पार्टी सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास ऐसी विचार धारा ऐसी सोच के साथ काम कर रहीं है!जिससे देश प्रदेश के अंतिम छोर में बसे व्यक्तियों को केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सकें! लेकिन अनूपपुर जिले सहित कोतमा नगर की आम जनता ये देख और सुन ले कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार व उनके लोगों द्वारा कही गई बातों में कितनी सच्चाई है! भाजपा की कथनी और करनी में इतना फर्क है कि मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जिले की प्रभारी मंत्री बीजेपी की है बीजेपी के कैबिनेट मंत्री अनूपपुर जिले के है शहडोल संसदीय क्षेत्र से सासंद भी भारतीय जनता पार्टी की है नगर पालिकाओं में अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित ज्यादातर पार्षद भी भारतीय जनता पार्टी के ही है! उसके बावजूद नगर का विकास तो दूर कोतमा नगर के वरिष्ठ भाजपा नेता नंदलाल नारवानी जी का पुत्र सुनील नारवानी रुपकला स्टूडियो शासन प्रशासन के चक्कर में फसकर घनचक्कर हो गया है! जी हाँ आपने ठीक सुना भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार में वरिष्ठ भाजपा नेता पुत्र 6 साल से अपने मेहनत का पैसा पाने के लिए शासन प्रशासन का दरवाजा खटखटा रहा है! लेकिन शासन प्रशासन को भाजपा नेता पुत्र की समस्या नज़र नही आ रही! सुनील अब सवाल यह है कि जब वरिष्ठ भाजपा नेता का खुद की सरकार में ये हाल है! तो आम नागरिक का क्या हाल होगा यह पीड़ित सुनील नारवानी की समस्या से देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मध्यप्रदेश की भारतीय जनता पार्टी शिवराज सरकार व भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रदेश की आमजनता के प्रति कितने चिंतित है!
मामला लोकसभा उपचुनाव से जुड़ा है-
सुनील नारवानी ने बताया कि शहडोल संसदीय क्षेत्र के पूर्व भाजपा सांसद दलपत सिंह परस्ते जी के निधन के बाद शहडोल संसदीय क्षेत्र का उपचुनाव हुआ था! जिसमें फोटो ग्राफी किया था जिसका पैसा आज दिनांक तक नही मिला! सही बात है याद आ गया कि भारतीय जनता पार्टी को ज्ञान सिंह से विधायकी छोड़कर सांसद का चुनाव लड़ने को कहा गया था भारतीय जनता पार्टी को काफी मिन्नते भी करनी पड़ी थी! जिसका भरपूर फायदा उठाते हुए ज्ञान सिंह ने भी मौके में चौका मारते हुए भारतीय जनता पार्टी व संगठन से अपने पुत्र को विधायक प्रत्याशी बनाए जाने का दबाव बनाया गया था आखिर में भारतीय जनता पार्टी ज्ञान सिंह के आगे नतमस्तक होते हुए ज्ञान सिंह की शर्त मानकर उप चुनाव मैदान में अपना सासंद प्रत्याशी बनाया था!अनूपपुर जिले में उपचुनाव निर्वाचन की जिम्मेदारी अनूपपुर कलेक्टर की होती है! तो अनूपपुर जिला निर्वाचन आयोग अधिकारी कलेक्टर ने आदेश जारी किया कि सांसद प्रत्याशी एवं नेताओं की रैली सभा प्रचार प्रसार के दौरान वीडियो फोटो ग्राफी कराई जाए! जिस पर कोतमा एस डी एम द्वारा भी एक आदेश जारी किया गया तो नगर पालिका कोतमा द्वारा रुपकला स्टूडियो के नाम पर एक टेंडर निकाला गया टेंडर मिलने पर सुनील नारवानी ने अन्य राजनैतिक दल सहित भाजपा सांसद प्रत्याशी नेताओं की जमकर फोटो वीडियो ग्राफी करते हुए आखिर में ज्ञान सिंह को सांसद बना ही दिया और ज्ञान सिंह को सांसद रहते हुए मजे से वर्ष 2016 से 19 तक लाखों रुपए महीने वेतन मिलता रहा अब पूर्व सांसद होने का लाभ लाखों रुपए पेंशन मिल रहा है! लेकिन ज्ञान सिंह की फोटो ग्राफी करके सांसद बनाने वाले रुप कला स्टूडियो संचालक पीड़ित सुनील नारवानी को बेशर्म जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन 6 वर्ष में मात्र 21 हजार रुपए नही दे पाया!वही पूर्व सांसद रह चुके ज्ञान सिंह सांसदीय का दोनों डोज लेकर आराम फरमा रहें मतलब लाखों रुपए वेतन भी और पेंशन भी!
मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री से की शिकायत फिर भी हाथ खाली-
सुनील नारवानी ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत सहित जिले के खाद्य मंत्री बिसाहुलाल से मिलकर अपनी समस्या बताई लेकिन सुनील नारवानी की समस्या का समाधान मात्र 21 हजार रुपए का भुगतान सूबे के मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री भी नही कर सकें! तो अनूपपुर कलेक्टर कोतमा एस डी एम नगर पालिका सीएमओ नेता क्या कर पाएंगे!ये सरकार व उसके नुमाइंदे एक ओर युवाओं को रोजगार नही दे पा रहें! और दूसरी ओर मेहनत मजदूरी कर किसी तरह अपना व अपने परिवार का भरणपोषण करने वाले आम नागरिकों से काम लेकर उनकी मेहनत का पैसा भी नही दे पा रहें तो देश प्रदेश नगर का विकास क्या खाक करेगें! बहरहाल देश प्रदेश एवं जिले की आम जनता ये समझ ले कि भाजपा सरकार में आमजन कितना परेशान है !
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