कोतमा - आमीन वारसी- भाजपा नेता ठीक ही तो कहते है कि कांग्रेस पार्टी ने 70 साल में क्या किया है और यह बिल्कुल सच है कि कांग्रेस सरकार को पेट्रोल 60 रुपये लीटर बेचने में 70 साल लग गए और मोदी सरकार को देखिए मात्र 7 साल में ही डबल लगभग 120 एक सौ बीस रूपये लीटर पेट्रोल बेच रही है।ये बात अलग है कि 60 रूपये लीटर डीजल पेट्रोल और 400 रूपये रसोई गैस की कीमत पर भाजपाई अर्ध नग्न होकर सड़कों में भागड़ा करते नज़र आ रहें थें। और आज अपनी ही मोदी सरकार द्वारा बढ़ाई जा रही महंगाई जैसे 120, रूपये लीटर पेट्रोल डीजल और 1000,एक हजार रुपये रसोई गैस तेल 190 रूपये लीटर दाल 100 किलो सहित अन्य सामग्री की महंगाई पर बोलती बंद है।आम जनता को समझना होगा कि इन नौटंकी बाज भाजपाई नेताओं द्वारा सिर्फ और सिर्फ जनता को गुमराह किया गया था यह कहने में कोई हर्ज़ नहीं कि सत्ता हथियाने के लिए सिर्फ एक प्रोपोगंडा रचा गया था।और आज देश के हालात सबके सामने है इतना तेज विकास कोई भी सरकार नही कर सकती थी जितनी जल्दी मोदी सरकार ने किया शायद इसीलिए भक्तगण अपनी सरकार का गुणगान करते नही थकते।
आखिर किस मुंह से वोट मांगने जाएंगे भाजपा वाले-
जी हाँ आपने ठीक सुना ये मै नही हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान अपने लच्छे दार भाषणों में कहा था महंगाई से आम जनता परेशान है किसान बेहाल है फिर भी ये कांग्रेस वाले किस मुंह से वोट मांगने जातें है मुझे तो यही सोचकर बड़ा ताजुब लगता है।ठीक उसी तरह मुझे भी ताजुब लग रहा कि आगामी विधानसभा चुनाव लोकसभा नगर पालिका नगर परिषद सहित अन्य चुनाव में ये भाजपा वाले किस मुंह से वोट मांगने जाएंगे।क्योकि मोदी जी और भाजपा वालों ने देश की आम जनता को अच्छे दिनों के जो सपने दिखाए थें।वह सपने टूट चुके है देश की आम जनता को अच्छे और खराब की परख हो चुकी है।साथ ही यह भी जान चुकी है कि अच्छे दिन सिर्फ भाजपा वालों और देश के अरब पतियों के ही आए है।आम जनता का क्या है पहले भी अपनें खून पसीने की कमाई से उद्योगपतियों एवं राजनैतिक दलों का घर परिवार चला रही थी और आज भी चला रही है।फर्क सिर्फ इतना है कि कांग्रेस की सरकार में आम जनता इतना परेशान नही थी जितना आज मोदी जी की सरकार में होना पड़ रहा।आज देश प्रदेश के हालात यह है कि डीजल पेट्रोल रसोई गैस सहित तेल दाल राशन अन्य सामग्री का दाम इतना बढ़ा दिया गया है कि आमजन का जीना दूभर हो चुका है।जी एस टी के नाम पर आम जनता से सरकार द्वारा तरह तरह के टैक्स वसूले जा रहें।जबकि मोदी सरकार द्वारा जी एस टी लागू करने के दौरान कहा गया था कि सिर्फ एक ही बार टैक्स लगेगा।लेकिन ऐसा नही है जी एस टी के नाम पर लोगों को खुलेआम लूटा जा रहा।अब सवाल यह है कि जब सरकार का महंगाई पर कोई नियंत्रण नही है महंगाई से आम जनता मध्यम वर्गीय परिवार पूरी तरह परेशान है तो फिर सत्ता सरकार में बैठे लोग आखिर किस मुंह से वोट मांगने जाएंगे।
No comments:
Post a Comment