कोतमा- आमीन वारसी/जैसे हमारे देश प्रधान मंत्री जी देश हित में देर रात नोटबंदी की घोषणा कर दिए थें जिस महामारी से देश की जनता आज तक नही उभर पाई मोदी जी द्वारा जल्द बाजी में लिया गया नोटबंदी जैसा फैसला न देश हित में रहा और न ही देश की आम जनता के हित में।अगर नोट बंदी से किसी का भला हुआ है तो वो है देश के तथाकथित नेता और उद्योगपति भ्रष्टाचारियों ने काला धन जमा कर रखा था उन्होंने अपना काला धन सफेद कर लिया ठीक उसी तरह जनता हित को दर किनार करते हुए अपने व्यक्तिगत हित के लिए नगर की आम जनता को बगैर जानकारी दिए बिना किसी सूचना एवं बिना किसी निविदा प्रकाशन के चोरी छिपे कल देर रात चौपाटी नीलामी करने की कोशिश की गई।लेकिन कहते है दीवारों के भी कान होते है जो चार दिवारी में चार छ: लोगों को बुलाकर चोरी छिपे चौपाटी नीलामी करने लगें थें।अचानक उन दिवारों ने नीलामी की आवाज सुनकर चीखना शुरू कर दिया जिससे उक्त नीलामी कार्य को कुछ दिनों के स्थगित कर दिया गया है।
एक ही व्यक्ति भरेगा तीन नीलामी फार्म-
जानकारों का कहना है कि चौपाटी की दुकान लेने के लिए एक प्लान बनाया गया है कि एक ही व्यक्ति तीन अलग-अलग नाम से नीलामी फार्म भरेगा जिससे किसी प्रकार दिक्कत न हो और आसानी से चहेतों को चौपाटी की दुकान भी मिल जाए अच्छा प्लान।
23 लाख का होगा गोल माल-
नगर में जन चर्चा है कि चौपाटी में 23 दुकान बनाई गई है एक दुकान की सरकारी नीलामी बोली लगभग तीन लाख रुपए रखी गई है जिसमें चार लाख लेकर और एक लाख मैनेजमेन्ट के नाम पर लेकर अपने मनचाहे व्यक्तियों को चौपाटी की दुकान दे दी जाएंगी जिसमें प्रशासन को तीन लाख सरकारी बोली से एक लाख ज्यादा मिल जाएंगा और 23 दुकान से एक एक लाख मैनेजमेन्ट के नाम पर लेकर 23 लाख का खेल अलग से हो जाएंगा और आम जनता को पता भी नही चलेगा।बहरहाल अभी चौपाटी नीलामी बोली कार्य बंद कर दिया गया है आगें क्या होगा यह तो आनें वाला समय ही बताएगा।
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