कोतमा- आमीन वारसी/भले ही मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान बड़े बड़े दावे के साथ आदेश निर्देश दे रहे हैं कि सी एम हेल्प लाइन में की गई शिकायत का जिला कलेक्टर व संबंधित अधिकारी तत्काल निराकरण करें अन्यथा जिला कलेक्टर व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी निलंबित कर दिया जाएंगा वगैरह वगैरह लेकिन मुखिया जी का आदेश निर्देश अनूपपुर ज़िले में ठेंगे पर दिखाई पड़ रहा वो ऐसे कि अनूपपुर जिले के कोतमा तहसील अंतर्गत बुढ़ानपुर कल्याणपुर कोतमा डोला डूमर कछार रेऊदा के पीड़ित किसान विगत चार वर्ष से एन एच सड़क में अधिग्रहित हुई भूमि का मुआवजा पाने के लिए दर दर भटक रहे हैं जब किसानों को न्याय नहीं मिला तो सी एम हेल्प लाइन पर अपनी शिकायत दर्ज करवा दिए फिर भोपाल से साहब ने कार्यवाही शुरू कर दी तो अब पीड़ित किसानों को कोतमा एस डी एम ऋषि सिघंई द्वारा डरा धमकाकर दबाव बनाया जा रहा कि अपनी शिकायत वापस ले लो मुआवजा बाद में दे दिया जाएगा।अब सवाल यह है कि जो अधिकारी बीते चार वर्ष में पीड़ित किसानों को मुआवजा वितरण नही किए वो शिकायत वापस करनें के बाद कर देगें इसकी क्या गारंटी है।क्योकि चार वर्ष से परेशान किसानों का भरोसा पूरी तरह से ज़िले के अधिकारियों से उठ चुका है।
आखिर क्या छिपा रहें जिम्मेदार अधिकारी
जब मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2017-18 में एन एच सड़क में अधिग्रहित हुई भूमि का मुआवजा वितरण करने हेतु करोड़ों रुपये की राशि आवंटित कर दी गई थी जो आज भी अनूपपुर पंजाब नेशनल बैंक में जमा है तो फिर पीड़ित किसानों को अब तक मुआवजा राशि वितरण क्यो नही की गई ज़िले की आम जनता यह जानना चाहती है कि आखिर जिला कलेक्टर महोदय अपर कलेक्टर महोदय और कोतमा एस डी एम पीड़ित किसानों को मुआवजा वितरण क्यो नही कर रहे हैं कही ऐसा तो नहीं कि कमीशन के चक्कर में अधिग्रहित हुई भूमि का मुआवजा वितरण नही किया जा रहा।
दो करोड़ रुपए की फाइल हुई नादारत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेशनल हाइवे पर अधिग्रहित भूमि स्वामी को मुआवजा राशि वितरण लगभग दो करोड़ रुपए की फाइल एस डी एम कार्यालय से नादारत हो चुकी है मुआवजा राशि वितरण न होने का यह भी कारण बताया जा रहा है अब सवाल यह है कि जब कार्यालय से ही फाइल गुम होने लगें तो फिर पीड़ित किसानों को न्याय कैसे मिलेगा।
कल सी एम से मिलेंगे पीड़ित किसान
पीड़ित किसानों ने बताया कि हम सब कल सी एम शिवराज के अमरकंटक आगमन पर पीड़ित जीवन लाल चर्मकार ज्ञान सिंह हिमांशु अग्रवाल अब्दुल सकूर सहित दर्जनो पीड़ित किसान अमरकंटक जाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराएगे कि किस तरह से उन्हे चार वर्ष से जिला कलेक्टर अपर कलेक्टर एवं एस डी एम व एमपी आर डी सी अधिकारी द्वारा परेशान किया जा रहा है।
पीड़ित किसान का कहना:
दो तीन बार मुझे कोतमा एस डी एम ऋषि सिघंई ने कार्यालय बुलाया और कहा कि अपनी शिकायत वापस ले लो मुआवजा बाद में दे देंगे।
पीड़ित किसान
जीवन लाल चर्मकार
निवासी कोतमा
No comments:
Post a Comment