कोतमा/आमीन वारसी- कांग्रेस कमेटी ब्लाक अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की के लिए प्रदेश सरकार दिल्ली मॉडल पर काम कर सकती है।
दिल्ली सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में जो सुधार किए हैं, उन्हें समझने के लिए लर्निंग-शेयरिंग योजना पर काम शुरू हुआ है। इसके तहत प्रदेशभर से 30 प्राचार्यों को दिल्ली भेजा जा रहा है। 15-15 लोगों के दो दल दिल्ली के सरकारी स्कूलों का भ्रमण करेंगे। इंदौर से तीन प्राचार्य शशिकांत गुबरेले (शाउमावि सिमरोल), प्रदीप तिवारी (मॉडल उमावि महू) और रचना दुबे (शाउमावि सिरपुर) भी इस दल शामिल हैं।
इनके अलावा भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, छतरपुर, सतना, सिंगरौली, भिंड, गुना, मुरैना, छिंदवाड़ा, सागर, रायसेन और उमरिया के प्राचार्य भी दिल्ली टूर पर जाएंगे।
बदलाव की रिपोर्ट पीएस को देंगे
प्राचार्यों के दो दल दिल्ली के स्कूलों में हुए आधारभूत परिवर्तन और शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर किए गए सुधार कार्यों की जानकारी लेंगे। वहां सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह आधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं। नतीजतन, वहां पालकों का झुकाव सरकारी स्कूलों के प्रति बढ़ा है। यह सब किस तरह संभव हुआ इस बार में प्राचार्य प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी को ऑनलाइन रिपोर्ट देंगे।
वहां जो बेहतर व्यवस्था देखेंगे सरकार को बताएंगे
 प्रदेश के प्राचार्यों को दिल्ली के शासकीय स्कूल का दौरा कराना एक अच्छा प्रयास है। वहां के स्कूलों या शिक्षण व्यवस्था में जो बेहतर होगा, उससे विभाग को अवगत कराएंगे।
शशिकांत गुबरेले, प्राचार्य, शाउमावि, सिमरोल
लर्निंग-शेयरिंग से सुधारेंगे शिक्षा की गुणवत्ता
 प्रदेश के प्राचार्यों को दिल्ली टूर पर भेजने के पीछे लर्निंग-शेयरिंग की कवायद है। हमारे प्राचार्य वहां की व्यवस्था को समझेंगे। साथ ही प्रदेश की कार्यप्रणाली से दिल्ली वालों को अवगत कराएंगे।
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