कोतमा/आमीन वारसी- विधानसभा चुनाव में महिलाओं के बढ़े वोट प्रतिशत को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में क्रेडिट लेने की सियासी होड़ मच गई है. बीजेपी का दावा है कि विधानसभा चुनाव में महिलाओं का बढ़ा हुआ वोट प्रतिशत सीएम शिवराज की मामा वाली छवि पर पड़ा है. कांग्रेस का कहना है कि महिलाओं ने बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस को जिताने के लिए वोट दिया है. एमपी की अगली सरकार चुनने के लिए सूबे की जनता ने अपना फैसला ईवीएम में कैद कर दिया है. नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे लेकिन उससे पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां सरकार बनाने का दावा कर रही हैं. इन दावों के बीच महिला मतदाताओं को लेकर सामने आए आंकड़ों ने बीजेपी और कांग्रेस में तकरार भी तेज़ कर दी है. दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ने की बड़ी वजह महिला मतदाताओं को माना जा रहा है. आंकड़े बताते हैं, 2013 चुनाव के मुकाबले 2018 में महिलाओं का वोट प्रतिशत 4 फीसदी बढ़ा है. इस लिहाज से करीब 20 लाख महिला मतदाताओं ने बीते चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोट किए है वहीं 2013 के मुकाबले 2018 में पुरुषों का वोट प्रतिशत 2 फीसदी बढ़ा है. इस लिहाज से करीब 10 लाख पुरुष मतदाताओं ने बीते चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोट किए है 2018 में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 4 लाख थी इनमें से 3 करोड़ 77 लाख लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. 2013 चुनाव में 4 करोड़ 66 लाख मतदाता थे. इनमें से 3 करोड़ 36 लाख ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. इस लिहाज से बीते चुनाव के मुकाबले इस बार कुल 40 लाख ज्यादा लोगों ने वोट डाले, इनमें महिलाएं अव्वल रहीं बीजेपी का दावा है कि महिला मतदाताओं के बढ़े हुए वोट प्रतिशत का फायदा बीजेपी को मिलेगा जबकि कांग्रेस इसे अपने पक्ष में बता रही है।
Friday, December 7, 2018
महिला मतदाताओ ने उडाई,राजनैतिक दलो की नींद
कोतमा/आमीन वारसी- विधानसभा चुनाव में महिलाओं के बढ़े वोट प्रतिशत को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में क्रेडिट लेने की सियासी होड़ मच गई है. बीजेपी का दावा है कि विधानसभा चुनाव में महिलाओं का बढ़ा हुआ वोट प्रतिशत सीएम शिवराज की मामा वाली छवि पर पड़ा है. कांग्रेस का कहना है कि महिलाओं ने बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस को जिताने के लिए वोट दिया है. एमपी की अगली सरकार चुनने के लिए सूबे की जनता ने अपना फैसला ईवीएम में कैद कर दिया है. नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे लेकिन उससे पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां सरकार बनाने का दावा कर रही हैं. इन दावों के बीच महिला मतदाताओं को लेकर सामने आए आंकड़ों ने बीजेपी और कांग्रेस में तकरार भी तेज़ कर दी है. दरअसल 2018 के विधानसभा चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ने की बड़ी वजह महिला मतदाताओं को माना जा रहा है. आंकड़े बताते हैं, 2013 चुनाव के मुकाबले 2018 में महिलाओं का वोट प्रतिशत 4 फीसदी बढ़ा है. इस लिहाज से करीब 20 लाख महिला मतदाताओं ने बीते चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोट किए है वहीं 2013 के मुकाबले 2018 में पुरुषों का वोट प्रतिशत 2 फीसदी बढ़ा है. इस लिहाज से करीब 10 लाख पुरुष मतदाताओं ने बीते चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोट किए है 2018 में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 4 लाख थी इनमें से 3 करोड़ 77 लाख लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. 2013 चुनाव में 4 करोड़ 66 लाख मतदाता थे. इनमें से 3 करोड़ 36 लाख ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. इस लिहाज से बीते चुनाव के मुकाबले इस बार कुल 40 लाख ज्यादा लोगों ने वोट डाले, इनमें महिलाएं अव्वल रहीं बीजेपी का दावा है कि महिला मतदाताओं के बढ़े हुए वोट प्रतिशत का फायदा बीजेपी को मिलेगा जबकि कांग्रेस इसे अपने पक्ष में बता रही है।
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