Saturday, October 6, 2018

डेढ़ लाख रिश्वत लेने वाले रेंजर पर कब होगी कार्यवाही



कोतमा/आमीन वारसी- कोतमा वन परिक्षेत्र के प्रभारी रेंजर रवि शंकर त्रिपाठी सहित अन्य दोषियों पर कब होगी कार्यवाही बीते दिनों कोतमा वन परिक्षेत्र के रेंजर रवि शंकर  त्रिपाठी डिप्टी रेंजर शिवचरण पुरी अवध नरेश शुक्ला एवं चौकीदार का छत्तीसगढ़ के खनिज माफिया से मोटी रकम लेते हुए कैमरे में कैद हो गए थे जिसका वीडियो आडियो भी वायरल हुआ था। लेकिन अब तक वन विभाग द्वारा सिर्फ दिखावे के लिए प्रभारी रेंजर त्रिपाठी को प्रभाव से हटा दिया गया है अन्य के खिलाफ कोई  कार्यवाही नहीं की जा रही जबकि दोषी सभी है। लेकिन ऐसा लगता है कि वन विभाग द्वारा रिश्वत कांड में फंसे कर्मचारियो को बचाया जा रहा है जबकि रेंजर रवि शंकर त्रिपाठी को तत्काल निलंबित करने के साथ ही अन्य दोषियों पर भी कार्यवाही तेज करनी चाहिए थी मगर विभाग ने रवि शंकर त्रिपाठी को अभयदान देते हुए कोतमा से हटा कर अनूपपुर लाइन में अटैच कर लिया गया जो मामले की जांच कर रहे अधिकारियों से लेन देन कर एवं दबाव बनाकर जांच को प्रभावित कर सकें क्योकि लेन देन के मामले में त्रिपाठी जी को महारथ हासिल है ऐसा अपने आडियो में खुद कह रहे है कि बगैर पैसा दिए चिडि़या नहीं बैठती मतलब त्रिपाठी का कहना है कि अपने अवैध उत्खनन अवैध जंगल कटाई से काली कमाई का हिस्सा अनूपपुर से लेकर शहडोल एवं रीवा तक के विभागीय अधिकारियों को चढोतरी चढाई जाती है साथ ही पत्रकार बंधुओं को भी 70 हजार रूपये देने की बात स्वीकार कर रहे है तो इससे साफ जाहिर होता है कि जब दानवीर रिश्वत खोर त्रिपाठी जी लाखों रूपये अधिकारी एवं पत्रकार को बाट रहे है तो अवैध रूप से करोड़ों रुपये अनाप सनाप तरीके से कमा रहे हैं तभी तो अधिकारी नेता पत्रकार को बाट रहा है लोकायुक्त को इस ओर ध्यान देने की है जरूरत साथ ही उन अधिकारी एवं मेरे पत्रकार साथियों को भी त्रिपाठी जी के कथन अनुसार 70 हजार रूपये की लिस्ट मांग लेनी चाहिए कि किस पत्रकार को कब और कितने रूपये दिए गए और त्रिपाठी ने अपनी कौन सी काली करतूत छुपाने के लिए पत्रकारों को पैसा दिया है इसकी भी जांच होनी चाहिए एवं कोतमा वन परिक्षेत्र में जब से रवि शंकर त्रिपाठी ने रेंजर का प्रभार संभाला है उसकी भी जांच होनी चाहिए जिससे सब कुछ साफ हो सकें। जिले की जनता ने वन अधिकारी  सी सी एफ से मांग कि है कि रिश्वत कांड में फंसे कर्मचारियो की उचित जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें।
इनका कहना- जांच प्रभावित न हो सके इसलिए प्रभारी रेंजर रवि शंकर त्रिपाठी को हटा दिया गया है जांच चल रही है जांच उपरांत ही दोषी पाए जाने पर सभी दोषियों के साथ एक समान कार्यवाही की जाएगी।
  जी.एस. भार्गव
डी.एफ.ओ. अनूपपुर

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