कोतमा- आमीन वारसी- प्रदेश की शिवराज सरकार की नाकामियों की वजह से खनन माफिया पूरे प्रदेश में अवैध उत्खनन का तांडव मचा रखें है जो प्रदेश की आम जनता से छुपा नही है मज़े की बात यह है कि खनिज विभाग चुप्पी साधे हुए है तो कही खनिज विभाग के कुछ जिम्मेदार माफियाओ के आगें नतमस्तक होकर अवैध उत्खनन को बढ़ावा दे रहें।अगर एक जिम्मेदार पत्रकार अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ खनन माफिया एवं अवैध उत्खनन को बढ़ावा देने वाले जिम्मेदारों पर निशाना साधता है तो माफिया एवं घूसखोर अधिकारियों द्वारा पत्रकारों पर हमला करवाते है और अगर हमला करवाने पर कामयाब नही होते तो स्थानीय थाने में झूठी शिकायत कर एफ आई आर दर्ज कराते है।जिस ओर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का ध्यान नही जा रहा है।ताजा मामला जिला खरगोन का जहां अवैध खनन माफिया व भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध मुहिम छेड़ चुके खरगोन के पत्रकार साथियों के विरुद्ध झूठी शिकायत की गई।कोतमा ब्लाक पत्रकार कल्याण परिषद संघ द्वारा कोतमा एस डी एम को मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन भोपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमे यह उल्लेख किया गया है कि पत्रकारों के खिलाफ खनिज अधिकारी जिला खरगोन द्वारा झूठी एफ आई आर दर्ज कराई गई है।जबकि सच यह है कि पत्रकारों द्वारा लगातार खरगोन में हो रहें अवैध उत्खनन का प्रकाशन किया जा रहा था जिसमें खनिज अधिकारी की साख पर बट्टा लग रहा था क्योकि खनिज अधिकारी अवैध उत्खनन कारोबारियो के साथ मिलकर शासन को लाखों रूपये के राजस्व का चूना लगा रहें थें।जिसकी खबर पत्रकारों को लग गई और उक्त खबर को समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाने लगा जिससे प्रभारी खनिज अधिकारी बौखलाकर पत्रकार प्रवीण पाल आसिफ खान पवन कुमार सोलंकी वाहिद खान धर्मेद्र चौहान प्रदीप गागंले सभी निवासी खरगोन के विरुद्ध मनघडंत कहानी बनाकर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उक्त झूठी एफ आई पर खातमा लगाया जाएं और उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी पाए जाने पर दोषी जनों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएं।अगर समय रहते शिवराज सरकार अवैध उत्खनन करने वाले माफिया एवं भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही नही करेंगी तो निश्चित ही शिवराज सरकार एक बार फिर सत्ता से बाहर होंगी।
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